Dainik Athah

10 मई को मित्र और अक्षय योग में मनाई जाएगी अक्षय तृतीया

अक्षय तृतीया का पर्व वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। यह शुभ मुहूर्त वैवाहिक कार्य या गृह प्रवेश आदि के लिए शुभ होता है।शास्त्रों में उल्लेख है कि अक्षय तृतीया भगवान विष्णु और लक्ष्मी की प्रिय तिथि है । इस दिन जो भी कार्य किया जाता है वह हमेशा सफल व स्थायी रहता है ,अक्षय रहता है अर्थात नष्ट न होने वाला ।अक्षय तृतीया में वैवाहिक कार्य, भवन निर्माण, गृह प्रवेश आदि के लिए शुभ माना जाता है लेकिन इस बार यह दोनों ही मुहूर्त इस तिथि को नहीं हो सकेंगे। क्योंकि इस अबूझ विवाह मुहूर्त में शुक्र और गुरु दोनों अस्त चल रहे हैं इसलिए विवाह आदि कार्य इस बार नहीं होंगे।
किंतु इसके अलावा अन्य शुभ कार्य वैवाहिक वार्तालाप, अपनाना, रिंग सेरेमनी, भूमि ,भवन का क्रय विक्रय आदि हो सकते हैं।

इस दिन सोने चांदी के आभूषण, नवीन वस्त्र आदि खरीदने के लिए बहुत अच्छा मुहुर्त होता है।
अक्षय तृतीया को चांदी के सिक्के चांदी खरीदना भी बहुत अच्छा माना गया है। विष्णु भगवान और लक्ष्मी जी की विशेष उपासना पूजा अक्षय तृतीया को की जाती है।
प्रातः काल उठकर स्वच्छ जल से स्नान करें। पूजा के समय मंदिर में अथवा चौकी पर लक्ष्मी जी के साथ में विष्णु मां की प्रतिमा स्थापित करें।
दूध, दही, शहद आदि से स्नान आदि से शुद्ध करके उनको चंदन रोली लगाए। माला चढ़ाएं ।भगवान को सफेद वस्तुओं का भोग पंचमेवा, मिष्ठान, फलों का भोग लगाएं और विष्णु सहस्त्रनाम, लक्ष्मी सूक्तम ,श्री सूक्तम का पाठ करें। उसके साथ-साथ भगवान से प्रार्थना करें कि यह अक्षय तृतीया मेरे घर में हमेशा अक्षय रहे।मेरे घर से दरिद्रता चली जाए।
अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर पूजा करने और सोना ,चांदी ,वस्त्र आदि खरीदने के शुभ मुहूर्त:
प्रातः 5: 51 बजे से 7: 47 बजे तक वृषभ लग्न(स्थिर लग्न ) में भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा करना बहुत श्रेष्ठ है।
अपराह्न 12:20 से 14:38 बजे तक सिंह लग्न (स्थिर लग्न)
और शाम को प्रदोष काल के बाद 19:14 से 21:32 बजे तक वृश्चिक लग्न स्थिर लग्न में गृह उपयोगी वस्तुएं, सोना, चांदी के आभूषण,वस्त्र आदि खरीदना बहुत शुभ रहेगा। वैसे इस दिन चांदी के सिक्के ,भगवान की मूर्ति आदि खरीदना भी श्रेष्ठ है।


आचार्य शिवकुमार शर्मा, ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु कन्सलटेंट गाजियाबाद।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *