पोलिंग पार्टियों की रवानगी के समय अनेक रंग में नजर आये जिला निर्वाचन अधिकारी
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद के जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह अपने कड़क मिजाज के लिए जाने जाते हैं। उनके बार में यह भी कहा जाता है कि जुबां पर आई बात उनके लिए ऐसी है जैसे कमान पर चढ़ा तीर। तीर यदि कमान से छूट जाये तो वापस नहीं आता। लेकिन वे किसी का बुरा नहीं करते। यह उनके नजदीकी लोग बताते हैं।
लोकसभा चुनाव के दौरान जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ड्यूटी कटवाने के लिए आने वालों से बेरूखी से पेश आते थे। आये भी क्यों नहीं जब छोटे कर्मचारी से लेकर बड़े अधिकारी तक अनेक बहाने बनाकर ड्यूटी कटवाने की फिराक में रहे हों। उनके हाथ से शायद ही कोई ड्यूटी कटी हो। वे ड्यूटी करने के इच्छुक कर्मचारियों की पीठ भी ठोंकते रहे हैं। गुरूवार को कमला नेहरूनगर में जब पोलिंग पार्टियां रवाना हो रही थी उस समय जिलाधिकारी एक एक कर्मचारी के पास जाकर बात करते और उनका हाल लेने के साथ ही यह भी देख रहे थे कि गर्मी के मौसम में किसी को कोई परेशानी तो नहीं हो रही।
इसी दौरान इन्द्र विक्रम सिंह की नजर एक कुर्सी पर बैठे छोटे से बच्चे पर पड़ी। वे तत्काल वहां पहुंचे और बच्चे के पास खड़ी महिला कर्मी से पूछा वे किस लिए आई है। महिला ने बताया कि उनकी चुनाव ड्यूटी है और बच्चे को छोड़ नहीं सकती, इसलिए साथ लेकर आई है। डीएम इस पर खुश हुए। वे सोच ही रहे थे कि महिला कैसे ड्यूटी कर पायेगी इसी दौरान एक युवक डीएम के पास आया और बोला सर मेरी ड्यूटी अतिरिक्त में है और इस महिला के स्थान पर वह ड्यूटी करने को तैयार है। इस पर इन्द्र विक्रम सिंह खुश हुए और कहा यह होता है लोकतंत्र के महापर्व का जज्बा कि युवक खुद आकर ड्यूटी करने को कह रहा है। उन्होंने युवक की पीठ ठोंकी और कहा कि जो ड्यूटी कटवाने के लिए आये हैं उन्हें इस युवक से शिक्षा लेनी चाहिये। डीएम का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है।