अथाह संवाददाता गाजियाबाद। देश के पहले आरआरटीएस कॉरिडॉर पर नमो भारत ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या दैनिक आधार पर लगातार बढ़ रही है। इसी क्रम मे कल यानी गुरुवार 11 अप्रैल को अभी तक के सर्वाधिक यात्रियों ने नमो भारत ट्रेन में सफर किया। इस दिन लगभग 13500 लोगों ने नमो भारत ट्रेन में यात्रा की। मोदीनगर नॉर्थ, मुरादनगर और गाजियाबाद से सबसे ज्यादा यात्रियों ने यात्रा की। यात्रियों मे बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग आदि शामिल थे।
नमो भारत ट्रेन दिल्ली- गाजियाबाद- मेरठ कॉरिडॉर पर अभी 34 किमी के सेक्शन पर साहिबाबाद से मोदीनगर नॉर्थ तक संचालित हो रही है जिसके अंतर्गत आठ आरआरटीएस स्टेशन आम जनता के लिए उपलब्ध हैं। ये स्टेशन हैं- साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुरादनगर, मोदीनगर साउथ व मोदीनगर नॉर्थ। आठ मार्च से अतिरिक्त 17 किलोमीटर सेक्शन के खुलने के बाद से ही यात्रियों की संख्या 4 गुणी हो गई थी यानी दैनिक औसत यात्री संख्या 3000 से बढ़कर 12000 हो गयी।
इसी क्रम मे 11 अप्रैल गुरुवार को सबसे ज्यादा लगभग 13500 यात्रियों ने नमो भारत ट्रेन में सफर किया है। दिल्ली- गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडॉर अभी दिल्ली या मेरठ से नहीं जुड़ा है, बल्कि गाजियाबाद मे ही अपनी सेवाएं दे रहा है। 21 अक्टूबर से 7 मार्च की अवधि मे 5 स्टेशन के साथ सिर्फ 17 किलोमीटर का सेक्शन ही जनता के लिए परिचालित था। एनसीआरटीसी यात्रियों की सुविधा के लिए आरआरटीएस कनेक्ट मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से डिजिटल क्यूआर कोड-आधारित टिकट, ‘वन-टैप’ या आॅरिजिन-डेस्टिनेशन चयन द्वारा पेपर क्यूआर कोड-आधारित टिकट जैसे विभिन्न टिकटिंग विकल्प प्रदान कर रहा है। इसके साथ ही यात्री स्टेशनों पर लगाई गई टिकट वेंडिंग मशीनों (टीवीएम) से यूपीआई, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी), डेबिट-क्रेडिट कार्ड और बैंक नोट के जरिए भी पेपर क्यू आर कोड जनरेट कर सकते हैं।
प्रत्येक नमो भारत ट्रेन में 6 कोच हैं। एक स्टैंडर्ड कोच में 72 सीटें और प्रीमियम कोच में 62 सीटें उपलब्ध हैं। प्रत्येक नमो भारत ट्रेन में प्रीमियम कोच के साथ वाला डिब्बा महिलाओं के लिए आरक्षित है। इसके साथ ही, ट्रेन के अन्य डिब्बों में भी महिलाओं, दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सीटें आरक्षित हैं। इसके अतिरिक्त, सभी यात्रियों को सहायता और सुविधा के लिए प्रत्येक आरआरटीएस ट्रेन में एक ट्रेन अटेंडेंट भी उपलब्ध है।
आरआरटीएस स्टेशनों पर व्हीलचेयर की सुविधा भी उपलब्ध है और आवश्यकतानुसार इसका उपयोग किया जा सकता है। स्टेशनों पर व्हीलचेयर और स्ट्रेचर को आसानी से लाने-ले जाने लिए रैंप एवं बड़ी लिफ्ट लगाई गई हैं। साथ ही दृष्टिबाधित यात्रियों की सुविधा के लिए, स्टेशन के डिजाइन में टैकटाइल पाथ को शामिल किया गया है, जो नेविगेशन में सहायता करने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। इसकी मदद से यात्री स्टेशन में प्रवेश से लेकर ट्रेन में चढ़ने तक की यात्रा आसानी से कर सकते हैं।
180 किमी प्रति घंटे की डिजाइन गति के साथ नव-उद्घाटित नमो भारत ट्रेनें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में परिवहन के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिख रही हैं। एनसीआरटीसी यात्रियों की सुविधा के लिए एक कदम आगे बढ़ाते हुए, प्राथमिक खंड के स्टेशनों से लास्ट-माइल कनेक्टिविटी के कई विकल्प भी प्रदान कर रहा है। इसके साथ ही आरआरटीएस के दिल्ली से मेरठ के बीच के बाकी के कॉरिडोर पर तीव्र गति से काम चल रहा है और सम्पूर्ण कॉरिडोर पर ट्रेनों का संचालन जून 2025 तक आरंभ करने का लक्ष्य है।