Dainik Athah

मोदी के रोड शो में पुलिसिया प्रबंध के आगे चारों खाने चित्त हुआ भाजपा संगठन

  • प्रधानमंत्री का रोड शो: पुलिस और भाजपा संगठन
  • जन प्रतिनिधि भी खुद तक ही रह गये सीमित
  • आम जनता के साथ ही भाजपा कार्यकर्ता रास्तों की खोज में भटकते रहे

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गाजियाबाद में पहली बार रोड शो हुआ। लेकिन इस रोड ने जहां भाजपाइयों को पूरी तरह से बैकफुट पर धकेल दिया, वहीं यह भी बता दिया कि भाजपा संगठन की पुलिस अधिकारियों के सामने स्थिति क्या है। भाजपा नेताओं की चुप्पी आम लोगों एवं पार्टी कार्यकर्ताओं पर ही भारी पड़ी। नतीजा यह हुआ कि ये लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर भटकते रहे।

प्रधानमंत्री मोदी के रोड शो के लिए पुलिस ने एक दिन पहले ही पूरे अंबेडकर रोड को अपने कब्जे में ले लिया था। इसके साथ ही यदि पास की बात करें तो भाजपाइयों ने खूब पास बनवाये। रोड शो के लिए दुनियाभर की गाइड लाइनें जारी की गई। इसके बाद स्थिति यह हुई कि रोड शो के पूरे रास्ते पर जिस प्रकार बेरिकेडिंग की गई थी उसने आम आदमी की छोड़ो भाजपा कार्यकर्ताओं तक को परेशान कर दिया। जन प्रतिनिधि तो आराम से सेफ हाऊस में बैठे, वहीं पार्टी के प्रमुख पदाधिकारी भी उनके लिए आवंटित स्थानों पर जमे थे, लेकिन आम कार्यकर्ता और आम नागरिकों के लिए रोड शो एक तरह से आफत बन गया।
भाजपा के वे कार्यकर्ता जो रंग बिरंगे परिधानों में घरों से सज कर आये थे उन्हें रोड शो में जाने के लिए कई कई किलोमीटर का रास्ता तय करना पड़ा। यहां तक कि बस अड्डा चौराहा हो या फिर पुराना बस अड्डे के अंदर का रास्ता हो अथवा जीडीए के पीछे का रास्ता, सभी को बेरिकेडिंग लगाकर बंद कर दिया गया। जिन रास्तों से आने जाने की सुविधा दी गई वहां पर लंबी कतारें देखकर लोग अपने घरों को वापस हो गये।
जानकारों की मानें तो यदि व्यवस्था दुरुस्त होती और पीएम के नाम इतनी अधिक सख्ती नहीं होती तो रोड शो में भीड़ का आलम कुछ और ही होता। जहां देखों वहां पर आधा से एक किमी दूर से ही पुलिस ने वाहनों के लिए रास्ते बंद कर दिये थे। यह सब कुछ हुआ पीएम की सुरक्षा के नाम पर।
भाजपा के वे पदाधिकारी जिनकी चुनाव में ड्यूटी वाराणसी में लगती है। वे शनिवार को गाजियाबाद की हालत देखकर कहते हैं कि साल में न जाने कितनी बार प्रधानमंत्री मोदी का रोड शो वाराणसी में होता है। लेकिन वहां पर प्रधानमंत्री के आने से कुछ समय पहले रास्तों पर पुलिस तैनात हो जाती है और लोगों से पीछे खड़े रहने को कहती है इतना काफी होता है।

भाजपा के ही एक वरिष्ठ पदाधिकारी कहते हैं कि गाजियाबाद पुलिस को वाराणसी जाकर प्रधानमंत्री का रोड शो कैसे होता है इसका प्रशिक्षण लेना चाहिये। यह तो ठीक है कि पहली बार रोड शो हुआ, बस हमारा तो इतने से ही पेट भर गया। रही सही कसर आम जनता और कार्यकर्ताओं के तानों ने पूरी कर दी।

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