- ऐसे ही नहीं कोई राजनाथ सिंह बन जाता
- गाजियाबाद के ऐहसान को कभी भुलूंगा नहीं: रक्षा मंत्री
- लोकसभा चुनाव में अतुल गर्ग की जीत के बाद फिर गाजियाबाद आऊंगा: राजनाथ सिंह
अशोक ओझा
गाजियाबाद। भाजपा के पूर्व राष्टÑीय अध्यक्ष, गाजियाबाद के पूर्व सांसद एवं वर्तमान में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह यूं ही गाजियाबाद वालों के दिलों पर राज नहीं करते। जब वे भाजपा प्रत्याशी अतुल गर्ग के समर्थन में गाजियाबाद में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे तो अपने भाषण से उन्होंने साबित भी कर दिया कि गाजियाबाद और गाजियाबादी उनके दिल में बसते हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने चिर परिचित अंदाज में जब कहा कि सम्मान एवं अभिनंदन इकतरफा नहीं होता। उन्होंने शीश नवाकर गाजियाबाद की जनता को प्रणाम करने के साथ ही अभिनंदन भी किया।
उन्होंने कहा जब वे 2009 में गाजियाबाद से लोकसभा चुनाव लड़ने आये थे उस समय उन्हें डराया गया था कि गाजियाबाद सीट कठिन है। उस समय सुरेंद्र प्रकाश गोयल यहां से सांसद थे। लेकिन उन्होंने निर्णय लिया कि वे लोकसभा चुनाव लड़ने की शुरूआत करेंगे तो इसी गाजियाबाद से करेंगे। उन्होंने गाजियाबाद से चुनाव लड़ा और करीब एक लाख मतों से यहां के लोगों ने उन्हें विजयी बनाया। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद लोगों के इस अहसान को वे जिंदगी भर नहीं भूलेंगे। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि गाजियाबाद के लोगों ने जब भी उनसे मिलने का समय मांगा और वे यदि बाहर नहीं हुए तो अवश्य उन्होंने मिलने के लिए बुलाया।
जनाथ सिंह यहीं नहीं रूके। उन्होंने कहा जब वे गाजियाबाद चुनाव लड़ने और लोकसभा चुनाव लड़ने की शुरूआत करने आये थे तब भी भाजपा के राष्टÑीय अध्यक्ष थे और जब 2014 में लखनऊ चुनाव लड़ने के लिए गये तब भी भाजपा के राष्टÑीय अध्यक्ष थे। उन्होंने कहा लखनऊ से चुनाव लड़ने का निर्णय पार्टी ने किया था। भाजपा चाहती थी कि वे अटलजी के क्षेत्र लखनऊ से चुनाव लडेंÞ। उन्होंने गाजियाबाद के लोगों को अपना परिवार बताते हुए कहा कि यहां आकर अपने परिवार के बीच रहने का अहसास होता है। उन्होंने अंत में कहा वे गाजियाबाद के लोगों का अहसान कभी भूल नहीं सकते। वे गाजियाबाद के थे, वे गाजियाबाद के हैं और उम्रभर गाजियाबाद का रहूंगा।
इसके साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा उन्होेंने इस बार निर्णय लिया था कि अपने चुनाव अभियान की शुरूआत गाजियाबाद से ही करुंगा। उन्होंने कहा लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद उन्हें फिर से बुलाना। उन्होंने कहा कि वे शीश झुकाकर परिवार के लोगों के प्रति आभार व्यक्त करने आयेंगे।