23 को गाजियाबाद में जुटेंगे पश्चिमी उप्र के भाजपा नेता- पदाधिकारी
प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी एवं प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह भी रहेंगे उपस्थित
पउप्र के सभी विधायक- सांसद के साथ ही जिलाध्यक्ष- क्षेत्रीय पदाधिकारी भी रहेंगे उपस्थित
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। 23 फरवरी को गाजियाबाद में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के भाजपा नेताओं का जमावड़ा रहेगा। यहां पर आगामी नोकसभा चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी रणनीति बनायेगी। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं को राष्टÑीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश के लोकसभा चुनाव प्रभारी बैजयंत जय पांडा टिप्स देंगे।
दो दिन पहले बैजयंत जय पांडा ने लखनऊ में भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ ही क्षेत्रीय अध्यक्षों की बैठक ली थी। इस बैठक में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही दोनों उप मुख्यमंत्री भी मौजूद रहे थे। यहीं पर क्षेत्रवार बैठकों की रणनीति बनाई गई। इसके मद्देनजर शुक्रवार 23 फरवरी को गाजियाबाद में क्षेत्रीय बैठक का आयोजन किया गया है। लोकसभा चुनाव प्रभारी बनने के बाद पांडा की गाजियाबाद की यह पहली यात्रा होगी। हालांकि इससे पहले एक कार्यक्रम में वे गाजियाबाद आ चुके हैं। उस समय राष्टÑीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने खुद के अस्वस्थ्य होने के कारण उन्हें गाजियाबाद भेजा था। उनके साथ ही बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी एवं प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह भी मौजूद रहेंगे।
भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा ने बताया कि बैठक का आयोजन वसुंधरा अथवा वैशाली में किया जायेगा। उसके लिए स्थान का चयन देर रात तक कर लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि बैठक दो सत्र में आयोजित होगी। पहले सत्र में क्षेत्रीय पदाधिकारी, जिलाध्यक्ष एवं जिला प्रभारी उपस्थित रहेंगे। इस बैठक में करीब एक सौ से अधिक प्रमुख पदाधिकारी भाग लेंगे। दूसरे सत्र में 250 से अधिक लोग उपस्थित रहेंगे। इसमें क्षेत्रीय एवं प्रदेश पदाधिकारियों के साथ ही जिलाध्यक्ष, लोकसभा प्रभारी, लोकसभा के सह प्रभारी, लोकसभा संयोजक एवं सह संयोजक, सभी विधायक और सांसद भी उपस्थित रहेंगे।
भाजपा सूत्रों के अनुसार 23 फरवरी को होने वाली क्षेत्रीय बैठक महत्वपूर्ण है। आगामी लोकसभा चुनाव की दृष्टि से कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया जायेगा। बता दें कि केंद्रीय नेतृत्व के खासे नजदीकी माने जाने वाले बैजयंज जय पांडा ही अब लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में जीत की रणनीति बनायेंगे। अब एक प्रकार से उत्तर प्रदेश के प्रभारी की जिम्मेदारी भी अनौपचारिक रूप से पांडा ही संभाल रहे हैं।