प्रथम किश्त के रूप में 05 करोड़ रुपए की धनराशि जारी: जयवीर सिंह
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। वनवास के समय भगवान श्रीराम का अधिकांश समय चित्रकूट में ही गुजरा, जिसके कारण चित्रकूट का कण-कण राममय है। यहां पर राम, लक्ष्मण एवं माता जानकी से जुड़े दर्शनीय स्थल हैं। प्रदेश का प्रमुख पर्यटन स्थल होने के कारण चित्रकूट में देशी एवं विदेशी श्रद्धालु भ्रमण के लिए आते रहते हैं। पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए यहां सीतापुर स्थित रामघाट के पास मल्टीलेबल कार पार्किंग का निर्माण किये जाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए 23.32 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई है और इसके सापेक्ष प्रथम किश्त के रूप में 05 करोड़ रुपए जारी करा दिये गये हैं।
यह जानकारी आज यहां प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि मल्टीलेबल कार पार्किंग का निर्माण एवं अन्य बुनियादी सुविधायें विकसित हो जाने से पर्यटकों की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी होगी। उन्होंने बताया कि मयार्दा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम वनवास काल में मंदाकिनी नदी में स्नान किया था। इसलिए इस स्थल का धार्मिक, ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक महत्व है। यहां दूर-दूर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन और पूजन के लिए आते हैं। पार्किंग निर्माण के बाद लोगों को काफी सुविधा प्राप्त होगी। पर्यटकों की संख्या बढ़ने से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और राज्य सरकार को राजस्व भी प्राप्त होगा।
जयवीर सिंह ने बताया कि मल्टीलेबल कार पार्किंग के साथ ही पाथवे, सीसी रोड, लैंडस्केप, बागवानी के कार्य कराए जाएंगे। इसके साथ ही यहां पर्यटन सूचना कार्यालय, एंट्रेंस लॉबी, वेटिंग एरिया, 22 बेड की डॉरमेट्री, कार लिफ्ट, पैसेंजर लिफ्ट, रूफ टॉफ रेस्टोरेंट, शौचालय आदि का निर्माण होगा। मल्टीलेवल पार्किंग में बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर और प्रथम तल बस, कार और बाइक खड़ी करने की व्यवस्था रहेगी। उन्होंने बताया कि यहां पर साफ-सफाई के लिए व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने बताया कि मकर संक्रांति से लेकर 22 जनवरी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा तक पूरे प्रदेश में सफाई अभियान चलाया जायेगा। इसके साथ ही चिन्हित मंदिरों आदि में भजन कीर्तन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जायेगा।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि श्रीराम जन्म भूमि मंदिर के लोकार्पण के पश्चात प्रदेश में लगभग सभी धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने की संभावना है। इस दृष्टिकोण से लगातार पर्यटक सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। न केवल अयोध्या बल्कि प्रदेश में भगवान राम से जुड़े लगभग सभी स्थलों का विकास किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश इस समय डोमेस्टिक टूरिज्म के मामले में देश में पहले स्थान पर है। हमारा प्रयास है कि विदेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या में भी यह उपलब्धि हासिल करें। इसके लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। एक तरफ हम जहां पर्यटन स्थलों का विकास कर रहे हैं वहीं पर्यटक सुविधाएं भी विकसित की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में काशी, मथुरा एवं दिव्य नगरी अयोध्या पर्यटन के हब बनेगे। राज्य सरकार इन अवसरों का अधिकतम दोहन के लिए पर्यटन सुविधाओं पर विशेष फोकस कर रही है। पर्यटन सेक्टर मा0 मुख्यमंत्री जी की विशेष प्राथमिकता में है क्योंकि इस सेक्टर में रोजगार के साथ निवेश के अपार सम्भावनाये हैं।