- प्रधानमंत्री मोदी- सीएम योगी जटायु प्रतिमा का पूजन कर देंगे लाखों बलिदानियों को श्रद्धांजलि: स्वामी गोविंद गिरी महाराज
- जटायु ने भगवान राम के लिए दिया था अपना बलिदान
अशोक ओझा
नयी दिल्ली। भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जटायु की प्रतिमा की पूजा करेंगे। इस पूजा के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राम जन्म भूमि के लिए जिन लाखों राम भक्तों ने बलिदान दिया वह उन राम भक्तों को श्रद्धांजलि होगी।
यह उद्गार राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद गिरी महाराज ने दैनिक अथाह के संपादक अशोक ओझा से विशेष बातचीत करते हुए व्यक्त किये। गोविंद गिरी महाराज पिछले दिनों दिल्ली प्रवास पर थे। इस दौरान उन्होंने संत महात्माओं एवं वीवीआईपी को 22 जनवरी को भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए निमंत्रण दिये। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषतोम भगवान श्रीराम की जन्म भूमि के लिए पिछले पांच सौ वर्षों में तीन लाख से ज्यादा रामभक्तों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया। उसी के प्रतीक के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा से पहले जटायु की प्रतिमा का पूजन करेंगे। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी साथ होंगे। उन्होंने बताया कि जब रावण माता सीता का अपहरण कर ले जा रहा था तब सीता जी का प्रलाप सुनकर जटायु पहुंचे। जटायु और रावण में भीषण युद्ध हुआ था। रावण ने जटायु के पंख काट दिये थे। जटायु ने भगवान राम की गोद में अपने प्राण त्यागी।
गोविंद गिरी महाराज कहते हैं कि जटायु से बड़ा राम भक्त कौन होगा जिन्होंने भगवान राम और माता सीता के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। यहीं कारण है कि जटायु की पूजा कर तीन लाख से ज्यादा बलिदानी रामभक्तों को श्रद्धांजलि अर्पित की जायेगी। इसके बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अन्य पूजा और भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे।