- उपराष्ट्रपति के मुद्दे पर पुतला कहां फूंके यह भी तय नहीं कर पाये भाजपा जिलाध्यक्ष
- जिले के कार्यकर्ताओं में गया गलत संदेश, हो रही हंसी
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। भारतीय जनता पार्टी देश के उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के मुद्दे पर जहां विपक्ष को घेरने की रणनीति बना रही है, वहीं भाजपा का जिले का संगठन पार्टी की योजना को पलीता लगाने का काम कर रहा है। पार्टी कार्यालय पर पुतला नहीं फूंका जाता, लेकिन जिलाध्यक्ष पुतला लेकर पार्टी कार्यालय ही पहुंच गये।
जगदीप धनखड़ के मुद्दे पर भाजपा ने गुरुवार को तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी एवं कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन एवं पुतले फूंकने का कार्यक्रम तय किया था। इसमें जाट समाज की भागीदारी भी होनी थी। भाजपा महानगर ने राजनगर में चौराहे पर पुतला फूंका इसके बाद कलक्ट्रेट में ज्ञापन देने के लिए कार्यकर्ता गये। लेकिन इस मुद्दे पर भाजपा जिलाध्यक्ष तय ही नहीं कर पा रहे थे कि करना क्या है। भाजपा सूत्रों के अनुसार उन्होंने सबसे पहले कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि दिल्ली पहुंचो, इसके बाद संदेश चलाया मोदीनगर तहसील पर पुतला फूंका जायेगा। इसके बाद कहा गया कि नेहरूनगर स्थित भाजपा कार्यालय पर पुतला फूंका जायेगा।
जिलाध्यक्ष सतपाल प्रधान करीब आधा दर्जन कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी कार्यालय पहुंच गये। सूत्रों के अनुसार वहां पहुंचने पर उन्होंने किसी वरिष्ठ नेता से बात की तो बताया गया कि पार्टी कार्यालय पर पुतला नहीं फूंका जाता। इसके बाद वे लोनी पहुंचे और कुछ कार्यकर्ताओं के साथ पुतला फूंकने की रस्म अदायगी की। खास बात यह रही कि इस दौरान जाट कार्यकर्ताओं अभाव था। केवल लोनी के ही कुछ लोग रह गये। इसको लेकर जबरदस्त चर्चाएं हो रही है। बताया जा रहा है कि मामला लखनऊ तक पहुंंच गया।