- विश्वकर्मा योजना से शिल्पकारों को जोड़ने के लिए
- पीएम विश्वकर्मा योजना देश के शिल्पकारों को देश के विकास की मुख्यधारा में जोड़ने का सशक्त माध्यम: भूपेंद्र सिंह चौधरी
- भाजपा पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, कार्यकर्ता प्रत्येक पात्र को योजना से जोड़ने के महाअभियान में जुटेगें: धर्मपाल सिंह
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा प्रारम्भ की गई प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से शिल्पकारों को जोड़ने के लिए भारतीय जनता पार्टी गांव, गली, मोहल्लो में अभियान चलाकर हुनरमंदो को योजना से जोड़ने के लिए प्रेरित करेगी। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल, प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी एवं प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने गुरूवार को पार्टी के राज्यमुख्यालय पर आयोजित बैठक में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से पात्रों को जोड़ने के लिए प्रारम्भ किये गए अभियान के धरातलीय क्रियान्वयन का प्रशिक्षण दिया। बैठक में क्षेत्रीय अध्यक्ष, क्षेत्रीय प्रभारी तथा अभियान के जिला संयोजक व सहसंयोजक उपस्थित रहे। संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष मानवेन्द्र सिंह ने किया।
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल ने कहा कि भारत के सामाजिक ढांचे में परम्परागत शिल्प व उद्योग अर्थव्यवस्था का मजबूत आधार थे। कालान्तर में ऐसे शिल्प व उद्योगों की अनदेखी के कारण देश की परम्परागत उद्यमिता विकास की मुख्यधारा से दूर हो गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इन परम्परागत शिल्पियों तथा उद्यमियों को आधुनिक प्रशिक्षण और आधुनिक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ ही बिना गारन्टी के पांच फीसदी वार्षिक ब्याज की दर से तीन लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता के रूप में हम सबकी जिम्मेदारी है कि हमारे आस-पास, हमारे गांव, गली, मोहल्ले में जो भी लकड़ी का काम करने वाले, सोने चांदी का काम करने वाले, चर्मकार, कपडो की धुलाई करने वाले, नाव बनाने वाले, ताला बनाने वाले आदि पारम्परिक कारीगरी से जुडे़ लोगों को पीएम विश्वकर्मा सम्मान योजना से जोड़कर उनकी आर्थिक व सामाजिक उन्नति से आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूर्ण करना है। योजनाबद्ध तरीके से अभियान को चलाना है और प्रत्येक शिल्पी व कारीगर को योजना के लाभ बताकर योजना से जोड़ने के लिए प्रेरित करना है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि जब तक देश के परम्परागत कारीगर, शिल्पकार, उद्यमी आर्थिक रूप से मजबूत नहीं होगें तब तक देश भी आर्थिक महाशक्ति नहीं बन सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीबी का जीवन जिया है और अपने संघर्ष काल में देश की धरातलीय स्थिति को नजदीक से देखा है यही कारण है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में प्रारम्भ की गई हर योजना में गांव, गरीब, किसान, श्रमिक, कारीगर, शिल्पकार की आर्थिक व सामाजिक उन्नति निहित है। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना भी देश के शिल्पकारों एवं कारीगरों को देश के विकास की मुख्यधारा में जोड़ने का सशक्त माध्यम हैं। पारम्परिक कौशल रखने वाले 18 प्रकार के शिल्पकार जिनके घरों में पीढियों से काम करने वाला हुनर है, वह हुनर और निखर कर देश की आर्थिक ताकत बनेगा। इस योजना में ग्रामीण क्षेत्रों में फोकस करना है जिससे गांव के शिल्पकारों को उनके गांव में ही प्राचीन भारत की तरह रोजगार का भरपूर अवसर प्राप्त हो सके।
प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा पीएम विश्वकर्मा योजना का शुरू करने का उद्देश्य पारंपरिक शिल्प से जुडे़ शिल्पकार और कारीगरों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। ताकि वह अपने प्रोडक्ट व सर्विस को बाजार में सहजता से पहुंचा सके। शिल्पकार और कारीगरों को आर्थिक सहायता कर उनके जीवन स्तर को और बेहतर बनाया जा सके और उनकी आय में वृद्धि की जा सके। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार को प्रेरित करने के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना के माध्यम से शिल्पकार एवं कारीगरों का सामाजिक जीवन स्तर उठाने का एक अभिनव प्रयास भी है। उन्होंने कहा कि पार्टी बूथ स्तर पर अभियान चलाकर कपड़े की सिलाई का कार्य करने वाले, मछली पकड़ने का जाल बुनने वाले, खिलौने बनाने वाले, माला बनाने वाले, जूते बनाने वाले, मिट्टी के बर्तन बनाने वाले, भवन निर्माण का काम करने वाले, औजार बनाने वाले, टोकरी, चटाई, झाडू आदि के निर्माण का कार्य करने वाले शिल्पकार एवं कारीगरों को योजना से जोडने के लिए प्रेरित करेगी। पार्टी के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि तथा कार्यकर्ता प्रत्येक पात्र व्यक्ति को योजना से जोड़ने के महाअभियान में जुटेगें।