अथाह ब्यूरो
नई दिल्ली। भाजपा के संस्थापक सदस्य और राज्यसभा के पूर्व सांसद आरके सिन्हा ने कहा कि महान स्वतंलता सेनानी, संविधान सभा के प्रथम अध्यक्ष और भारत गणराज्य के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद सादा जीवन उच्च विचार की राह के राही थे।
सिन्हा रविवार को यहां राजेंद्र बाबू की 139 वीं जयंती पर 141 नॉर्थ एवेन्यू में ‘संगत-पंगत’ के तत्वावधान में आयोजित एक समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने डॉ. राजेंद्र प्रसाद से जुड़ी कई संस्मरणों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि राजेंद्र बाबू के व्यक्तिव में बहुत ईमानदारी और सादगी थी। उनका चरित्र इतना साफ था कि वह 10 हजार रुपए की अपनी तनख्वाह से 7 हजार रुपए लोक कल्याण के लिए दान कर देते थे।
उन्होंने बताया कि संविधान बनाने के लिए 26 सदस्यों की कमिटी बनी थी जिसके अध्यक्ष राजेंद्र बाबू थे। संविधान पर पहला हस्ताक्षर भी राजेंद्र बाबू का ही था। इस अवसर पर नीरा शास्त्री, आमोद कंठ, स्वामी चक्रपाणि महाराज, अजय प्रकाश श्रीवास्तव, अशोक श्रीवास्तव, रत्ना सिन्हा समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। इस अवसर में सृष्टि सिन्हा ने अपने गायन से लोगों का दिल जीत लिया।