- विधानसभा के शीतकालीन सत्र में उठा गाजियाबाद के ईओ का मुद्दा
- विधायक खतौली ने पूछा कितने समय रह सकती है एक जिले में ईओ की तैनाती
- राजधानी के गलियारों में मदन भैया के सवालों को लेकर हो रही है चर्चा
अशोक ओझा
लखनऊ। खतौली से राष्टÑीय लोकदल विधायक मदन भैया एक बार फिर चर्चा में है। इस बार उन्होंने गाजियाबाद जिले की नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी (ईओ) को लेकर कई सवाल विधानसभा में पूछे। उन्होंने सवाल तो बगैर नाम लिये पूछे, लेकिन नगर विकास मंत्री ने जवाब में ईओ का नाम लेकर जवाब दिया।
विधानसभा के शीतकालीन सत्र में खतौली विधायक मदन भैया ने लिखित सवाल पूछा और कहा कि नगर विकास विभाग में अधिशासी अधिकारी को एक जिले में कितने वर्ष तैनाती का नियम है। इसके साथ ही उन्होंने एक अन्य मुद्दा उठाते हुए पूछा कि जनपद गाजियाबाद में तैनात कतिपय ईओ भ्रष्टाचार के विरूद्ध शासन द्वारा 20 अक्टूबर 2021 को विजिललेंस तथा मंडलायुक्त मेरठ के पत्र 2 सितंबर 2022 द्वारा जांच प्रचलित है। इसी मुद्दे पर उन्होेंने तीसरा सवाल पूछा और कहा कि यदि हां तो क्या सरकार उक्त प्रकरण में नामित ईओ को जनपद से अन्यत्र हटाकर जांच की कार्यवाही करने पर विचार करेगी।
प्रदेश के नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने पहले सवाल के जवाब में मदन भैया को लिखित जवाब में बताया कि अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद श्रेणी 3 समूह ग का पद है तथा वार्षिक स्थानांतरण नीति 2023-24 में समूह ग के कार्मिकों का तीन वर्ष उपरांत कुल कार्मिकों के दस प्रतिशत की सीमा तक तथा दस प्रतिशत से अधिक व 20 प्रतिशत की सीमा तक स्थानांतरण की अपरिहार्य स्थिति में माननीय मंत्री के अनुमोदरांत व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही दूसरे सवाल के जवाब में नगर विकास मंत्री ने लिखित जवाब में बताया कि शासन के पत्र 2 नवंबर 2021 के क्रम में शालिनी गुप्ता तत्कालीन अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद लोनी एवं वर्तमान में अधिशासी अधिकारी खोड़ा मकनपुर के विरूद्ध आयुक्त मेरठ मंडल के स्तर पर जांच की कार्यवाही चल रही है। उन्होंने अभिलेखों का हवाला देते हुए कहा कि इस मामले में सतर्कता विभाग को जांच नहीं सौंपी गई है।
ईओ को जांच के दौरान अन्य स्थानांतरण के संबंध में पूछे गये सवाल को लेकर नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने लिखित जवाब में कहा कि स्थानांतरण के मामले में नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
रालोद विधायक मदन भैया ने जिस प्रकार जिले की लोनी नगर पालिका एवं पूर्व की ईओ के संबंध में सवाल पूछे गये हैं उसे लेकर राजधानी के गलियारों में विधायकों के साथ ही सत्तारूढ़ दल में चर्चाओं का बाजार गर्म है। बता दें कि लोनी में नगर पालिका चेयरमैन रालोद की रंजीता धामा है, वहीं खोड़ा मकनपुर में भी भाजपा का चेयरमैन नहीं है। जबकि दोनों स्थानों पर विधायक भाजपा के हैं। मदन भैया द्वारा उठाये गये सवालों को लोनी विधायक से उनकी प्रतिद्वंदिता से जोड़कर भी देखा जा रहा है। मामला विधानसभा में उठने के बाद यह माना जा रहा दोनों विधायक एक बार फिर से आमने सामने होंगे।