अथाह संवाददाता । Madhya Pradesh के सिवनी जिले में करोड़ों की लागत से वैनगंगा नदी पर बना 300 मीटर लंबा पुल 30 अगस्त को बारिश में बह गया। अहम बात तो ये है की इस पुल का उद्घाटन 30 अगस्त को होना था। पुल हाल ही में बनकर खड़ा हुआ था। फीता कटने से पहले ही पुल जल मग्न हो गया।
पुल के बहने से इलाके के लोगो का संपर्क टूट गया। जिस वजह से लोगो को परेशानी का सामना करना पढ़ रहा है और लोगों को आने-जाने में भी तकलीफ हो रही है। वहीं, इसको लेकर प्रदेश में सियासी वार पलट वार की स्थिति बनी हुई है।
बीजेपी की प्रदेश सरकार पर कांग्रेस नेता और पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक आयोग के अध्य्क्ष जेपी धनोपिया ने पुल गिरने पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब से बीजेपी सत्ता में आई है, तब से भ्रष्ट्राचार बढ़ गया है। सिवनी का पुल इसका उदाहरण है। शिवराज सरकार पर वार करते हुए आरोप लगाया की बीजेपी विकास के नाम पर ठेके देती है। ये लोग काम कम और दिखावा ज्यादा करते हैं। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के विकास के नाम पर बीजेपी नेता करप्ट ठेकेदारों को ठेका देती है। उसके बाद ठेके दार घटिया माल मिला कर एसे पुल तैयार करते है जी महीने भर भी नहीं चलते।
वहीं, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) सिवनी पुल गिरने के मामले को बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने गंभीर मामला बताया है। उन्होंने कहा कि जो ठेकेदार पुल बनाने में लगे हुए थे, उनके खिलाफ जांच बैठा दी गई है। इसके अलावा वैनगंगा नदी के डैम में जिस तरह से पानी छोड़ा गया है, उसकी भी जांच की जा रही है।
इस दौरान बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने कांग्रेस पर तंज भी कसा। कोठारी ने कहा कि कांग्रेस पहले यह जानकारी जुटा ले कि पुल बनाने वाले ठेकेदार किसके संपर्क में हैं ? साथ ही उन्होंने पुल निर्माण को लेकर कांग्रेस सरकार पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) सिवनी पुल निर्माण का कार्य तो पिछली सरकार में ही शुरू हुआ था।