शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झंडी दिखाकर करेंगे उद्घाटन
प्राथमिक खंड में साहिबाबाद से दुहाई तक 17 किमी में होगा संचालन
सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक होगा संचालन
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। देश की पहली हाई स्पीड ट्रेन ‘रैपिडएक्स’ रीजनल रैपिड ट्रांसिट सिस्टम (आरआरटीएस) एक हाई-स्पीड, हाई-फ्रÞीक्वेंसी परिवहन प्रणाली है जो 160
किमी प्रति घंटा की परिचालन गति से एनसीआर के निवासियों को क्षेत्र में निर्बाध रूप से यात्रा करने की सुविधा प्रदान करेगा। इस ट्रेन के प्राथमिक खंड साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर शुक्रवार को करेंगे। उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार के अनेक मंत्री होंगे। ट्रेन का विधिवत संचालन 21 अक्टूबर शनिवार से होगा। रैपिडएक्स इस समय उद्घाटन के लिए पूरी तरह तरह तैयार है, बस इंतजार है तो केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों से हरी झंडी दिखाने का और उन्हें इसमें सफर करवाने का। रैपिडएक्स का संचालन 82 किमी लंबे प्रथम कॉरिडोर दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ के बीच होना है। लेकिन वर्तमान समय में इसे साहिबाबाद और दुहाई डिपो के बीच स्थित 17 किमी लंबे प्राथमिकता खंड तक ही चलाया जायेगा। इससे आगे का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है।
इस ट्रेन का संचालन 21 अक्टूबर से प्रतिदिन सुबह छह से रात 11 बजे तक होगा। इसके साथ ही हर 15 मिनट में इसका संचालन होगा। आश्यकता के आधार पर संचालन के समय में कटौती भी हो सकती है। ट्रेन में एक साथ 1700 यात्री यात्रा कर सकते हैं। अब आपको बताते हैं इसकी खासियत-
अब आपको बताते हैं इस रैपिडक्स की विशेषताएं
160 किमी प्रति घंटे की परिचालन गति के साथ, इन पूरी तरह से वातानुकूलित रैपिडएक्स ट्रेनों में सुरक्षित और आरामदायक क्षेत्रीय आवागमन के लिए एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन की गई 2*2 ट्रांसवर्स सीटिंग, खड़े होकर यात्रा करने के लिए पर्याप्त स्थान, लगेज रैक, सीसीटीवी कैमरे, लैपटॉप / मोबाइल चार्जिंग सुविधा, डायनेमिक रूट मैप, जैसी कई यात्री-केंद्रित विशेषताएं होंगी। रैपिडएक्स ट्रेनों का परिचालन सुबह 06:00 बजे से रात 11:00 बजे के बीच होगा। दोनों दिशाओं में पहली ट्रेन
द्वारा परिचालन सुबह 06:00 बजे आरंभ होगा और दोनों दिशाओं के स्टेशनों से अंतिम ट्रेन रात 11:00 बजे प्रस्थान करेगी। आरंभ में, हर 15 मिनट में एक ट्रेन उपलब्ध होगी, हालांकि सिस्टम आवश्यकता के आधार पर आवृत्ति को और बढ़ाया जा सकता है। आपको यह भी बता दें कि प्रत्येक रैपिडएक्स ट्रेन में 6 डिब्बे हैं जिनमें लगभग 1700 यात्री एक साथ यात्रा कर सकते हैं। इसमें दोनों, बैठकर एवं खड़े होकर यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या शामिल है। हर स्टैंडर्ड कोच में 72 सीटें और प्रीमियम
कोच में 62 सीटें उपलब्ध हैं।
महिलाओं- दिव्यांगों- वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष व्यवस्था
प्रत्येक रैपिडएक्स ट्रेन में एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित है, यह प्रीमियम कोच के बाद दूसरा कोच होगा। ट्रेन के अन्य कोचों में भी महिलाओं के लिए सीटें आरक्षित हैं। साथ ही, प्रत्येक कोच में विकलांग यात्रियों/ वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी सीटें आरक्षित हैं।
हर ट्रेन में होगा एक प्रीमियम कोच
प्रत्येक रैपिडएक्स ट्रेन में एक प्रीमियम कोच भी है जिसमें रिक्लाइनिंग सीटें, कोट हुक, मैगजीन होल्डर और फुटरेस्ट जैसी कई अतिरिक्त यात्री-केंद्रित सुविधाएं होंगी। दिल्ली से मेरठ की ओर जाने वाला पहला कोच और मेरठ से दिल्ली की ओर जाने वाला अंतिम कोच प्रीमियम कोच होगा। प्रत्येक रैपिडएक्स ट्रेन में एक प्रीमियम कोच होगा जिसमें रिक्लाइनिंग सीटें, कोट हुक, मैगजीन होल्डर और फुटरेस्ट जैसी कई अतिरिक्त यात्री-केंद्रित सुविधाएं होंगी। दिल्ली से मेरठ की ओर जाने वाला पहला कोच और मेरठ से दिल्ली की ओर जाने वाला अंतिम कोच प्रीमियम कोच होगा। प्रीमियम कोच से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए प्लेटफार्म स्तर पर एक प्रीमियम लाउंज प्रदान किया गया है जिसके माध्यम से ही प्रीमियम कोच में प्रवेश मिलेगा। आरामदायक गद्देदार सीटों से सुसज्जित, इस लाउंज में एक वेंडिंग मशीन की सुविधा होगी जहां से स्नैक्स या पेय खरीदे जा सकते हैं।
इसमें यात्रियों के लिए टिकटिंग के विभिन्न विकल्प उपलब्ध हैं:
. पेपर क्यूआर कोड-आधारित यात्रा टिकट- टिकट वेंडिंग मशीनों (टीवीएम) या रैपिडएक्स स्टेशनों पर टिकट
काउंटरों से खरीदा जा सकता है। . टिकट वेंडिग मशीन- पेपर क्यू-आर टिकट एवं नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) को रीचार्ज करने
के लिए यूनीफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) सक्षम टिकट वेंडिग मशीन लगाई गई हैं। यात्री टीवीएम से टिकट
खरीदने के लिए बैंक नोट, बैक कार्ड, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड तथा यूपीआई का प्रयोग कर सकते हैं। . नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) कार्ड – भारत सरकार के एक राष्ट्र, एक कार्ड विजन के अनुरूप, रैपिडएक्स कम्यूटर कार्ड एक नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड है जो सभी पारगमन प्रणालियों में तथा जहाँ भी
कार्ड से भुगतान संभव है, एक ही कार्ड के उपयोग की अनुमति देता है। आरआरटीएस प्रणाली में संचालन के पहले दिन से यात्रा के लिए किसी भी एनसीएमसी कार्ड का उपयोग करना संभव होगा। . एनसीआरटीसी मोबाइल एप्लिकेशन, रैपिडएक्स कनेक्ट के माध्यम से डिजिटल क्यूआर कोड-आधारित टिकट
जनरेट किया जा सकता है। . टिकट संबंधी किसी भी समस्या के समाधान हेतु यात्री एएफसी गेट के पास स्थापित ग्राहक सेवा केंद्र पर संपर्क . कर सकते हैं।
इसके साथ ही रैपिडएक्स ट्रेनों में सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए, ट्रेन के अंतिम कोच में व्हीलचेयर और स्ट्रेचर के लिए एक निर्दिष्ट स्थान प्रदान किया गया है। ट्रेन का इंतजार करते समय यात्रियों को बैठने के लिए प्लेटफार्म लेवल पर सीटों की सुविधा उपलब्ध कराई गई हैं।
सुविधाएं
. प्रत्येक स्टेशन पर कॉनकोर्स लेवल के पेड एरिया में पीने का पानी और वॉशरूम की सुविधाएं उपलब्ध हैं। . छोटे बच्चों के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए हर स्टेशन पर महिला शौचालय में डायपर चेंजिंग स्टेशन की व्यवस्था की गई है। . यात्री, स्टेशनों पर बने सूचना डेस्क से ट्रेन सेवाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही, ऐसी जानकारी रैपिडएक्स कनेक्ट, मोबाइल एप्लिकेशन और रैपिडएक्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से उपलब्ध होगी। वैकल्पिक रूप से, रैपिडएक्स ग्राहक सेवा केंद्र से 08069651515 पर संपर्क किया जा सकता है।
. सभी रैपिडएक्स स्टेशनों पर प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध है। किसी भी चिकित्सा संबंधी आपात स्थिति के लिए सीएटीएस के माध्यम से एम्बुलेंस सेवा की भी व्यवस्था की जा सकती है। . खोई/ पाई गई वस्तुओं के निपटान के लिए एक खोया और पाया केंद्र समर्पित रूप से स्थापित किया गया है। कोई भी खोई हुई वस्तु 24 घंटे के भीतर उसी स्टेशन से प्राप्त की जा सकती है। . किसी वस्तु के खोने/पाये जाने की स्थिति में, निकटतम आरआरटीएस स्टेशन /ट्रेन के कर्मचारियों से संपर्क किया
जा सकता है।
गाजियाबाद आरआरटीएस स्टेशन पर स्थापित किया गया है, जो सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक संचालित होगा। खोई और पाई गई वस्तुओं की जानकारी यात्री रैपिडएक्स कनेक्ट एप पर भी हासिल कर सकेंगे। आपातकालीन स्थिति में स्टेशन अधिकारियों से संपर्क करने के लिए यात्री कॉनकोर्स/ प्लेटफॉर्म स्तर पर सीधे सहायता कॉल प्वाइंट का उपयोग कर सकते हैं। इसके साथ ही रैपिडएक्स ट्रेनों के प्रत्येक कोच में यात्री आपातकालीन संचार प्रणाली प्रदान की गई हैं। इसे आॅपरेट करके ट्रेन आॅपरेटर को समस्या बताई जा सकती है, कर्मचारी शीघ्र ही सहायता प्रदान करेंगे या उचित व्यवस्था करेंगे। यात्री रैपिडएक्स कनेक्ट मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से भी आपातकालीन सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
. परिचालन के पहले दिन से ही प्रत्येक आरआरटीएस स्टेशन प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (पीएसडी) से सुसज्जित होगा। प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स को आरआरटीएस ट्रेन के दरवाजों और सिग्नलिंग प्रणाली के साथ एकीकृत किया जाएगा। पीएसडी और ट्रेन के दरवाजे, दोनों बंद होने के बाद ही ट्रेन को चलाया जाएगा। इससे अप्रत्याशित घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी और दुर्घटनाओं का खतरा नगण्य हो जाएगा।
अत्याधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस संदिग्ध वस्तुएं तत्काल आयेगी पकड़ में
. पहली बार, आरआरटीएस स्टेशनों पर यात्रियों की सुरक्षा जांच के लिए अत्याधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई)-सक्षम डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) का उपयोग किया जा रहा है। यह सिस्टम यात्रियों की स्क्रीनिंग कर किसी भी संदिग्ध वस्तु को स्टेशन तक पहुंचने से रोकने में सहायता करेगा। स्टेशन के प्रवेश द्वार पर लगे लगेज स्कैनर भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस हैं। इन स्कैनरों में एक डुअल-व्यू जनरेटर एक्स-रे बैगेज निरीक्षण प्रणाली है जो स्कैनर के माध्यम से गुजरने वाले सामान की दोहरी स्क्रीनिंग को सक्षम बनाएगी जिससे बैग के ऊपरी और निचले दोनों हिस्सों की तस्वीरें कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखाई देंगी। यदि किसी यात्री के बैग में कोई संदिग्ध या प्रतिबंधित वस्तु स्कैन की जाती है, तो कन्वेयर बेल्ट स्वचालित रूप से बंद हो जाएगी।
24 घंटे सातों दिन काम करेगा सुरक्षा नियंत्रण कक्ष
डिपो में सुरक्षा नियंत्रण केंद्र (एससीसी) लोगों के सुरक्षित और सुचारू आवागमन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से पूरे प्राथमिक खंड की 24७7 निगरानी करता है, जानकारी एकत्र करता है और अवांछित स्थितियों में जहां आवश्यक हो, संबंधित स्टेशनों, फील्ड अधिकारियों, स्थानीय इकाइयों
आदि से संपर्क करके त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करता है। स्टेशनों पर क्लोज सर्किट टीवी स्क्रीन लगाई जाएगी, जिससे यात्री भी सीसीटीवी फुटेज देख सकेंगे।
सुरक्षा का जिम्मा सीआईएसएफ- यूपीएसएसएफ को
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी रैपिडएक्स स्टेशनों की सुरक्षा की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल (यूपीएसएसएफ) को सौंपी है और दिल्ली में स्टेशनों पर सुरक्षा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) द्वारा सुनिश्चित की जाएगी। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार ने रैपिडएक्स के लिए गाजियाबाद और मेरठ में एक पुलिस स्टेशन का भी प्रावधान किया है। इसके अलावा, स्टेशनों पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक स्टेशन पर एक पुलिस पोस्ट का प्रावधान भी किया गया है।
सुंदर वॉल पेंटिंग्स की गई स्टेशनों की सजावट
स्टेशन की आंतरिक दीवारों को सुंदर वॉल पेंटिंग्स से सजाया गया हैं। हाथ से बनाई गई इन पेंटिंग्स ने स्टेशन के इंटीरियर को एक जीवंत और आकर्षक वातावरण में बदल दिया है। इन वॉल पेटिंग्स की सुंदरता यात्रियों को उनके व्यस्त जीवन में सुकून के कुछ पल प्रदान करेंगी।
स्टेशनों के आसपास नहीं लगने दिया जायेगा जाम
स्टेशनों के आसपास के क्षेत्र में भीड़ कम करने और स्टेशन के बाहर ट्रैफिक जाम से बचने के लिए एक अनोखे कदम में, स्टेशन के प्रवेश/निकास को मुख्य कैरिजवे पर बनाने के बजाय इन्हें सड़क के किनारों पर बनाया गया है, और इन तक पहुँचने के लिए सड़क के दोनों तरफ एक समर्पित मार्ग बनाया गया है। वाहनों को मुख्य कैरिजवे
पर रुकने से हतोत्साहित करने के लिए, प्रवेश/निकास द्वार के लिए बनाए गए इस समर्पित मार्ग का प्रवेश भी सर्विस लेन से दिया गया ताकि यात्री निश्चित मार्ग से ही स्टेशन में प्रवेश करें। इसका उद्देश्य है कि मुख्य सड़कों या राजमार्गों पर तेज गति से चलने वाले यातायात में किसी भी प्रकार की बाधा न आए।
इसके साथ ही प्रत्येक आरआरटीएस स्टेशन पर सड़क के दोनों किनारों पर प्रवेश/निकास प्रदान किए गए हैं और स्टेशन तक कनेक्टिविटी और आसान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए फुट-ओवर ब्रिज की सुविधा भी प्रदान की गई है। इससे न केवल रैपिडएक्स के यात्रियों के लिए पहुंच आसान होगी, बल्कि यात्रियों को व्यस्त सड़कों को सुरक्षित रूप से पार करने में भी मदद मिलेगी। स्टेशनों के पास भीड़भाड़ से बचने के लिए मुख्य कैरिजवे से दूर, स्टेशनों के प्रवेश/निकास पर अच्छी तरह प्रकाशित, समर्पित पिक-अप और ड्रॉप क्षेत्र बनाए गए हैं। इसके अलावा, यातायात को प्रबंधित करने और स्टेशन के अंदर और उसके आसपास वाहनों की सुचारू और व्यवस्थित आवाजाही के लिए, जहां भी संभव हो, यातायात को एकीकृत करके वाहनों के लिए अतिरिक्त ड्राइव-इन स्थान भी बनाया गया है। निजी वाहनों से स्टेशन पहुंचने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए, जहां भी संभव हो, स्टेशनों पर पार्किंग की व्यवस्था भी की गई है।
पैदल यात्रियों के लिए सुविधा
पैदल यात्रियों के लिए अनुकूल पथ, लिफ्ट/एस्केलेटर, बैठने की जगह और अन्य यात्री-केंद्रित सुविधाएं स्टेशनों पर सार्वभौमिक पहुंच की सुविधा प्रदान करेंगी। एक निर्बाध यात्रा अनुभव में लास्ट-माइल कनेक्टिविटी के महत्व को समझते हुए, एनसीआरटीसी ने स्टेशनों पर फीडर सेवाएं प्रदान करने के लिए दो मोबिलिटी आॅपरेटरों के साथ सम्झौता किया है जो आरआरटीएस स्टेशनों से इलेक्ट्रिक आॅटो रिक्शा का संचालन करेंगे। भविष्य में, मांग बढ़ने के साथ, ये आॅपरेटर आवश्यकतानुसार अन्य
बड़े वाहनों की भी व्यवस्था करेंगे। आसपास के क्षेत्रों में व्यापक कवरेज सुनिश्चित करने के लिए, इन मोबिलिटी पार्टनर्स ने प्रत्येक प्राथमिक खंड के स्टेशनों से अस्थायी मार्गों की रूपरेखा तैयार की है। ये मार्ग लगभग 9 किलोमीटर तक विस्तारित होंगे, जिसमें
न केवल राज नगर एक्सटेंशन, जागृति विहार और जीडीए कॉलोनी जैसे शहरी क्षेत्र शामिल होंगे, बल्कि भिक्खनपुर, मिलक चकरपुर, शाहपुर निज मोरटा, बसंतपुर सेंथली और अटौर नगला जैसे महत्वपूर्ण ग्रामीण इलाके भी शामिल होंगे। एनसीआरटीसी द्वारा उठाए जा रहे इस कदम का उद्देश्य परिवहन विकल्पों की अपर्याप्त या अनुपलब्धता के कारण यात्रियों के सामने आने वाली लंबे समय से चली आ रही चुनौतियों का प्रभावी समाधान उपलब्ध कराते हुए गंतव्यों और सार्वजनिक परिवहन के बीच के लास्ट-माइल की दूरी को कम करना है।