Dainik Athah

कविता : जिंदगी क्या है ?

कविता 
यह प्रश्न ही है जिंदगी |
जिंदगी अमृत है,
 जिंदगी जहर है।
 जिंदगी शाम है ,
जिंदगी दोपहर है।
 जिंदगी गांव है,
 जिंदगी शहर है।
 जिंदगी शांत है,
 जिंदगी लहर है ।
जिंदगी प्रेम है ,
जिंदगी कहर है ।
जिंदगी दरिया है,
जिंदगी में नहर है ।
एक सुलझा अनसुलझा ,
सवाल ही है जिंदगी ।।
जिंदगी क्या है?

कविता———————————————————————————Kavita

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