अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक को जिला भूगर्भ जल प्रबन्धन अधिकारी ने निस्तारित किये जाने वाले आवेदनों से अवगत कराया। उन्होने बताया कि बोरवेल पर वाटर फलोमीटर स्थापित है, ईटीपी स्थापित है, फर्म द्वारा एमएस एमई श्रेणी में आवेदन किया गया है। फर्म द्वारा अन्य शर्तों का अनुपालन एनओसी0 प्राप्त होने के बाद समय अविधि में पूरा करने का शपथ-पत्र दिया गया है जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देशित किया कि इसे समय अवधि के दौरान पूरा करायें। अधिसूचित क्षेत्र में वाटर पैकेजिंग यूनिट की नवीन अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्गमन पर रोक के कारण, अनापत्ति जिस पर बोरवेल वाटर फलोमीटर स्थापित है। फर्म द्वारा अन्य शर्तों का अनुपालन एनओसी प्राप्त होने के बाद ही रिनू करने के निर्देश दिये। बोरवेल वाटर फलोमीटर स्थापित है, फर्म द्वारा एमएसई श्रेणी में फर्म द्वारा अन्य शर्तों का अनुपालन कूप पंजीकरण होने के बाद समय अवधि में पूरा कराना है।
हैवेल इण्डिया लिमिटेड द्वारा भूजल निष्कर्षण अधिक होने के कारण अस्वीकृत करने की संस्तुति की है। डाबर इण्डिया लिमिटेड, राठी सुपर स्टील लिमिटेड भूगर्भ जल उ०प्र० लखनऊ के द्वारा एक्ट (एनओसी) 23 ,11 अगस्त.2023 के द्वारा फर्म से सीजीडब्ल्यूए में निरस्तीकरण का कारण प्राप्त करते हुये समस्त वांछित तकनीकी अभिलेखों से संतुष्ट होने तथा भूजल निष्कर्षण किये जाने हेतु एनजीटी द्वारा किसी प्रकार का प्रतिबन्ध न लगाये जाने की जनपद स्तर से विभागीय अभियुक्ति के आधार पर केन्द्रीय भूमि जल परिषद में पूर्व आवेदित आवेदन पर मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि निराकरण उपरान्त इसे निरस्त किया जाए।
बैठक में डीसी इंडिस्ट्रीयल श्रीनाथ पासवान, अवर अभियन्ता नगर पंचायत, स्मृति गुप्ता, अवर अभियन्ता एमआई गजेन्द्र कुमार, अवर अभियन्ता भूगर्भ जल जफर अली. एडीओ देवराज, आदि उपस्थित रहे।