14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया गया
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। भारतीय जनता पार्टी महानगर इकाई द्वारा नवयुग मार्केट शहीद स्थल पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य वक्ता भाजपा के पश्चिम क्षेत्र के अध्यक्ष सत्येंद्र सिसोदिया, केंद्रीय मंत्री एवं सांसद जनरल वीके सिंह, राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल और महापौर सुनीता दयाल ने संगोष्ठी को संबोधित किया। क्षेत्रीय अध्यक्ष सत्येंद्र सिसोदिया ने आज के दिन को इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदी बताते हुए कहा की कई वर्षों की संघर्षों के बाद मिली आजादी कि इतनी खुशी लोगों में नहीं थी जितना गम इस बात का था कि आज के दिन देश का बंटवारा हुआ। इधर के पक्ष ने तो उसे बंटवारे की फैसले को मर्यादित तरीके से माना लेकिन दूसरे पक्ष ने लोगों पर अत्याचार करते हुए हत्याओं के सिलसिले का सहारा लिया।
केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि यह बंटवारा क्यों हुआ और इसके क्या कारण थे यह बात जनता के बीच में जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि 14 अगस्त, 1947 को पाकिस्तान और 15 अगस्त, 1947 को भारत दोनों अलग-अलग देश बन गए, लेकिन उस दिन केवल देश का बंटवारा ही नहीं हुआ, बल्कि इसके साथ-साथ परिवारों, रिश्तों और दिलों का भी बंटवारा हो गया। इस बंटवारे ने कई परिवारों को तबाह कर दिया। इस दौरान ये लोग अपना घर-परिवार सब कुछ छोड़कर केवल अपनी जान बचाने के लिए भागे। लेकिन वो भी बच नहीं पाई। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि 2021 में आज के दिन को विभाजन विभीषिका के रूप में मनाने का लाल किले की प्राचीर से जो संदेश दिया उसके लिए देश की जनता उनका आभार व्यक्त करती है।
इस अवसर पर सरदार संपूर्ण सिंह, सरदार दामोदर सिंह जग्गी, सुभाष नागी, बलदेव राज शर्मा, जगदीश साधना का शॉल भेंट कर सम्मान किया गया। संगोष्ठी का संचालन चमन चौहान ने किया। इस अवसर पर पूर्व महानगर अध्यक्ष अशोक मोगा, विजय मोहन, सरदार एसपी सिंह, पप्पू पहलवान, गोपाल अग्रवाल, राजेश त्यागी, गुंजन शर्मा अश्वनी शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे।