अगस्त क्रांति के महानायकों को सपाइयों ने किया नमन
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में बुधवार को पार्टी के सभी विधायकों तथा पदाधिकारियों ने अगस्त क्रांति के महानायकों के अधूरे सपनों को पूरा करने तथा पीडीए-इंडिया के 11 सूत्रीय संकल्पों को दोहराते हुए संविधान प्रदत्त समाजवाद लाने और लोकतंत्र को बचाने के लिए अलोकतांत्रिक भाजपा को हटाकर विश्व के सूचकांक पर भारत के लोकतंत्र को ऊपर ले जाने तथा इसका मान बढ़ाने का संकल्प लिया।
अखिलेश यादव प्रदेश मुख्यालय के डा. राममनोहर लोहिया सभागार में अगस्त क्रांति के महानायकों महात्मा गांधी, सरदार वल्लभभाई पटेल, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, डा. राममनोहर लोहिया, अरूणा आसफ अली तथा ऊषा मेहता के चित्रों पर माल्यार्पण के पश्चात उपस्थित नेताओं को सम्बोधित कर रहे थे। प्रसिद्ध कवि एवं वरिष्ठ नेता उदय प्रताप सिंह ने 11- सूत्रीय संकल्प पत्र पढ़ा, जिसे सभी ने दोहराया। उन्होंने कहा कि आज लोकतंत्र की अवहेलना हो रही है। नफरत का माहौल है जिससे भाजपा राज में देश काफी पीछे चला गया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि आज 9 अगस्त के दिन ही 1942 को महात्मा गांधी ने अंग्रेजो भारत छोड़ो का नारा दिया था। इस नारे से भारत आंदोलित हो उठा और बहुतो ने बलिदान दिया। उन अनगिनत शहीदों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि गांधी जी और उनके सहयोगियों तथा समाजवादियों ने जो सपने देखे थे वे अधूरे रह गए हैं। हम 11-सूत्रीय संकल्पों के साथ देश को खुशहाली के रास्ते पर ले जाने के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि गांधी जी, सरदार पटेल, डा. लोहिया, जयप्रकाश नारायण के प्रयासों से देश आजाद हुआ। हमें अपना संविधान मिला। आजादी के आंदोलन में हिन्दू-मुस्लिम सहित समाज के सभी वर्गों ने योगदान दिया था। उन्होंने कहा कि बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर ने जो संविधान देश को दिया था उस संविधान को आज सत्ता में बैठे लोग कमजोर करने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने आजादी के आंदोलन में भाग तो लिया नहीं, उसके बहिष्कार का भी काम किया था। उनसे हम क्या उम्मीद कर सकते है? जनता भाजपा को हराने का मन बना चुकी है। भाजपा राज में रोजगार के क्षेत्र में, लोकतांत्रीय देशों की गिनती में, लोगों को सामान्य सुविधाओं के सूचकांक में हम कहां खड़े है?
यादव ने कहा कि ब्रिटिश राज में कंपनी सरकार बनी थी अब सरकार कंपनी बन रही है। सीएचसी डेयरी, गेस्ट हाउस, एयरपोर्ट बेचे जा रहे हैं। जिलों में अस्पताल नहीं बने, मंडी बनाई नहीं, मंडी स्थल बेच रहे हैं। सब कुछ बेचा जा रहा है। छुट्टा जानवर सड़कों पर घूम रहे हैं। रिवरफ्रंट बर्बाद पड़ा हुआ है। बुंदेलखंड में मिसाइल कब बनेगी? ऐसी सरकार से रोटी-रोजगार की क्या उम्मीद की जा सकती है? उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने की घोषणा मुख्यमंत्री जी ने की लेकिन इस सरकार को अपने मंत्रियों, नीति आयोग, अपने विŸा विभाग के अधिकारियों, विशय विशोज्ञों, विश्वविद्यालयों के वरिष्ठ शिक्षकों पर भरोसा नहीं वे तीन सौ करोड़ रू0 की धनराशि इसके लिए एक अमेरिकी कम्पनी को देने जा रहे है।
यादव ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री पूछे गए सवाल का सही जवाब न देकर इधर-उधर की बात करने लगते हैं। सवाल नई शिक्षा नीति से सम्बन्धित था। 15 साल के बच्चों के भविष्य की क्या योजना है, सवाल आबादी का नहीं रोजगार देने का था। मुख्यमंत्री बेरोजगारी दर बताने लगे। उनसे नौकरी की क्या उम्मीद की जा सकती है?।