Dainik Athah

त्यागी समाज के नेताओं को तर्कों से शांत करने में सफल रहे भूपेंद्र सिंह चौधरी

  • जिला पंचायत अध्यक्षों- सदस्यों का दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर
  • समाज को मंत्री पद के साथ ही संगठन में स्थान एवं लोकसभा टिकट की मांग भी उठी
  • कमिश्नरेट पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी उठने लगे सवाल

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद
। एक तरफ जहां पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष एवं जिला पंचायत सदस्यों को प्रशिक्षण देने के लिए गाजियाबाद में एकत्र किया गया, वहीं त्यागी समाज के विरोध के चलते भाजपाइयों के माथे पर चिंता की लकीरें नजर आने लगी थी। लेकिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने अपने तर्कों से समाज के लोगों को शांत करने में सफलता प्राप्त की, वहीं वे प्रदेश सरकार में मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से माफी मंगवाने में भी सफल रहे। इस आंदोलन ने गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस की कार्यप्रणाली की पोल भी खोल कर रख दी।
बता दें कि शनिवार से इंदिरापुरम स्थित कैलाश मानसरोवर भवन में भाजपा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपदें सिंह चौधरी गाजियाबाद आये थे। यह प्रशिक्षण जिला पंचायत अध्यक्षों एवं सदस्यों को 2024 के चुनाव के मद्देनजर दिया गया है। लेकिन कैलाश मानसरोवर के भवन के बाहर उस समय हंगामा शुरू हो गया जब त्यागी समाज के नेताओं ने प्रदेश सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के ऊपर आरोप लगाते हुए उनकी माफी की मांग की और दोनों गेटों पर धरना शुरू कर दिया। उसी समय भूपेंद्र सिंह चौधरी लखनऊ जाने के लिए गाड़ी में बैठ चुके थे। लेकिन त्यागी समाज के धरने के चलते वे दो घंटे बाहर नहीं निकल पाये।

मामले के तूल पकड़ने पर पहले पुलिस अफसरों ने आंदोलनकारियों को समझाने का प्रयास किया। उनके न मानने पर विधायक अजीत पाल त्यागी को जिम्मेदारी सौंपी गई। वे मांगे राम त्यागी समेत दस लोगों के प्रतिनिधि मंडल को प्रदेश अध्यक्ष से वार्ता करवाने अंदर लेकर गये। यहां पर त्यागी समाज स्वतंत्र देव सिंह के माफी मांगने पर तो अड़ा ही साथ ही संगठन में प्रतिनिधित्व देने, प्रदेश सरकार में समाज के लोगों को मंत्री बनाने, लोकसभा चुनाव में टिकट देने की मांग रख दी। इस दौरान भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि वे जब क्षेत्रीय अध्यक्ष थे उस समय सबसे अधिक त्यागी समाज के जिलाध्यक्ष थे। उन्होंने यह भी कहा कि अजीत पाल त्यागी को वे ही भाजपा में लेकर आये और मुरादनगर से दो बार विधायक बनवाया। इसके साथ ही उन्होंने तर्कों से नेताओं को शांत किया।

केंद्रीय नेतृत्व के हस्तक्षेत्र के बाद मांगी माफी
भाजपा सूत्रों के अनुसार भूपेंद्र सिंह चौधरी ने केंद्रीय नेतृत्व के साथ ही अन्य स्तर से पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। जिसके बाद शाम के समय स्वतंत्र देव सिंह ने अपने बयान को लेकर त्यागी समाज से माफी मांगी।

गाजियाबाद कमिश्नरेट की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल

जिस स्थान पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी के साथ ही केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष समेत प्रदेश के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे वहां पर पहुंचकर आंदोलन होना और नेताओं को गेट से बाहर न आने देना यह गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस की कार्यप्रणाली के साथ ही खुफिया विभाग पर भी सवाल खड़े कर रहा है। इतने महत्वपूर्ण आयोजन के दौरान पुलिस कहां थी और उसे कैसे भनक नहीं लगी यह सवाल भाजपाई एक- दूसरे से पूछ रहे थे। इस पूरे प्रकरण के चलते कमिश्नरेट के अधिकारियों के चेहरे पर पसीना साफ दिखाई दे रहा था।

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