विपक्षी दलों का गठबंधन आई.एन.डी.आई.ए .चुनाव के बाद बिखर जाएगा
नरेंद्र दामोदर दास मोदी भारत के प्रधानमंत्री जो लगातार 2002 से सत्ता में बने हुए हैं और 2014 से आज तक सत्ता के शीर्ष पर विराजमान हैं।
मोदी के नेतृत्व में 9 साल में देश सामरिक ,आध्यात्मिक ,आर्थिक क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति कर रहा है। 2024 में लोकसभा चुनाव आ रहे हैं। इसी संदर्भ में ज्योतिषीय गणना क्या कहती हैं। मोदी की जन्म पत्रिका का अपने अल्प ज्ञान के अनुसार विश्लेषण कर रहा हूं।। 2014 में भी मैंने मोदी के बारे में बताया था कि कुंडली में या तो महात्मा बुद्ध की तरह सन्यासी बनने के योग हैं अथवा चक्रवर्ती सम्राट के। इसमें कोई दो राय नहीं है। भारत के प्रधानमंत्री आजकल विश्व नेता बन चुके हैं और भारत को विश्व में अपने देश के विकास को गौरवममयी स्थान दिला रहे हैं। चक्रवर्ती सम्राट की भांति नरेंद्र मोदी विश्व पटल पर छाए हुए हैं।
नरेंद्र मोदी की जन्म पत्रिका के अनुसार ज्योतिषीय विश्लेषण इस प्रकार है।
उनका जन्म 17 सितंबर 1950 को प्रात: 11:00 बजे गुजरात के मेहसाणा नामक स्थान पर हुआ था। वृश्चिक लग्न में लग्नेश मंगल अपनी राशि में यद्यपि 0 डिग्री के हैं जो प्रारंभिक आर्थिक स्थिति की कमजोरी दिखा रहे हैं ।किंतु जैसे-जैसे इनका पराक्रम भाव बढ़ता गया ।इच्छा शक्ति बढ़ती गई ,मंगल के अच्छे परिणाम भी आने आरंभ हो गए। 2002 के पश्चात से उन्होंने राजनीति में पीछे मुड़कर नहीं देखा आरोप-प्रत्यारोप से लगातार सामना होता रहा हूं। लेकिन अपनी इच्छाशक्ति से सब पर विजय प्राप्त करते हुए आगे निकल गए।
बात करते हैं 2024 की
2024 में 20 अप्रैल 2024 से 30 मई 2025 तक इनकी मंगल की महादशा में शनि की अंतर्दशा रहेगी। इसमें भी मंगल में शनि की अंतर्दशा और शनि की प्रत्यंतर दशा 23 जून 2024 तक रहेगी और यह समय का चुनाव के परिणाम का होगा। कुंडली में प्रथम भाव के स्वामी मंगल और पराक्रम कर्म और सुखभाव के स्वामी शनि शुक्र के साथ दशम भाव में सिंह राशि में इन्हे बहुत ही अच्छा राजनेता बना रहे हैं ।
नवमांश और दशमांश कुंडली में लग्न म कर्क लग्न में पंचमेश जनादेश और राज्येश भाव कारक मंगल लग्न में स्थित है।जो इनकी पोजीशन को गिरने नहीं देंगे। कुंडली में पंचम भाव जनादेश का होता है प्रतिष्ठा का होता है। इसमें राहु तो स्वयं राजनीति कारक ग्रह है सूर्य, बुध व केतु की दृष्टि राजनीति में इनके प्रभाव को निरंतर बढ़ा रही है।
उपरोक्त गणना के आधार पर कहा जा सकता है कि 2024 में भी एनडीए को प्रचंड बहुमत मिलेगा जो पिछले चुनाव परिणाम से बहुत अच्छा रहेगा। एनडीए गठबंधन को 350 से अधिक सीटें मिलने का अनुमान है।
दूसरी ओर यदि इनके विरोधियों अर्थात विपक्षी गठबंधन की बात करें तो इनके सामने टिक नहीं पाएंगे। विपक्ष ने आई एन डी आई ए के नाम से जो गठबंधन बनाया है वह कुछ नेताओं की महत्वाकांक्षाओं के कारण और चुनाव के आते-आते अथवा चुनाव के तुरंत बाद बिखर जाएगा। नेतृत्व हीनता भी इसका एक कारण होगा। विपक्षी गठबंधन में किसी नेता का नाम नेतृत्व के रूप में नहीं आया है। कई विपक्षी दल इसका साथ छोड़ सकते हैं।ऐसा हर बार हुआ है। इस बार भी यह गठबंधन लंबा नहीं चलने वाला।
मणिपुर हिंसा पर मिलेगी सरकार को क्लीन चिट
कांग्रेस और उसके समर्थक घटक दलों को मुंह की खानी पड़ेगी
आज प्रश्न लग्न की कुंडली के अनुसार मणिपुर की स्थिति पर विचार किया गया। मणिपुर में स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। हिंसा, बर्बरता के सारे रिकॉर्ड बन चुके हैं। लेकिन यह एक सोचा समझा षड्यंत्र है। शीघ्र ही इस षड्यंत्र की पोल खुल जाएगी और सत्तापक्ष को राहत की सांस मिलेगी।
शिव कुमार शर्मा