- नवचयनित अभ्यर्थी बोले- पिता जी के दौर में लेटलतीफी और पारदर्शिता का अभाव था, मेरे समय में योगी जी के कारण निष्पक्षता से भर्तियां हो रहीं
- जुलाई के 20 दिन में छह दिन सीएम योगी ने युवाओं के भविष्य को संवारते हुए बांटे नियुक्ति पत्र
- निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया के कायल हुए यूपी के युवा, अपनी जिम्मेदारियों का निष्ठा से पालन करने का दिलाया विश्वास
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। युवाओं के भविष्य को संवारते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ जुलाई के 20 में से छह दिन नियुक्ति पत्र वितरित कर चुके हैं। इसी क्रम में गुरुवार को भी उन्होंने 700 नवचयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए। यूपी की समृद्धि में योगी आदित्यनाथ का यह अभिभावक रूप युवाओं को भा गया है। एक ओर जहां यूपी के युवा योगीराज में निष्पक्ष भर्ती के कायल हो गए, वहीं नवचयनित अभ्यर्थियों ने अपने कार्यों व जिम्मेदारी का निष्ठा से पालन करने का विश्वास दिया। गुरुवार को एक युवा ने तो कहा कि मेरे पिता जी भी पीसीएस अभ्यर्थी थे, उनके दौर में पारदर्शिता का अभाव और लेटलतीफी थी पर योगी सरकार में समयबद्ध तरीके से सारे कार्य संपादित किए जा रहे हैं। यानी वो राज दूसरा था और यह योगीराज है, जहां निष्पक्षता-पारदर्शिता व समयबद्धता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
देवरिया निवासी गौरव प्रताप सिंह का चयन नायब तहसीलदार पद पर हुआ है। संवाद के जरिए गौरव ने कहा कि मेरे पिता जी भी पीसीएस परीक्षा के अभ्यर्थी रह चुके हैं। उनके समय में परीक्षाओं में लेटलतीफी व पारदर्शिता का अभाव आदि समस्याएं बनी रहती थीं पर इस बार मात्र 10 महीने में परीक्षा पूर्ण कर कीर्तिमान स्थापित किया गया है। इसके लिए मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त करते हुए यह विश्वास दिलाता हूं कि अपने दायित्वों का सत्यनिष्ठा से पालन करुंगा।
लखनऊ निवासी सुश्री सल्तनत परवीन का चयन नियुक्ति विभाग में डिप्टी कलेक्टर पद पर हुआ है। सीएम के हाथों नियुक्ति पत्र पाकर वे आह्लादित नजर आईं। उन्होंने कहा कि यह क्षण मेरे लिए सदा अविस्मरणीय रहेगा। लोकसेवा परिणाम घोषित होने के बाद नियुक्ति पत्र वितरण में पहले काफी समय लगता था, लेकिन आपकी सरकार में इस प्रक्रिया को पारदर्शी, निष्पक्ष व त्वरित कर नियुक्ति पत्र निर्गत करने में नया कीर्तिमान हासिल किया है। यह बताना चाहती हूं कि इस सरकार में महिलाओं को जो सुरक्षा व इनपॉवरमेंट मिला है, वह सराहनीय है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में अपनी पूरी प्रतिभा व क्षमता का पूर्ण योगदान दूंगी।
प्रयागराज निवासी श्रीराज सोनकर का चयन पुलिस उपाधीक्षक पद पर हुआ है। श्रीराज सोनकर ने कहा कि एक वर्ष के भीतर यूपीपीसीएस 2022 की प्रक्रिया पारदर्शी व निष्पक्षता से पूरी हुई। मैं अभ्युदय योजना का विद्यार्थी रहा हूं। मैंने अधिकारियों के मार्गदर्शन में रहकर तैयारी की जिसकी मदद से मैं एस्पिरेंट्स से अधिकारी तक का सफर तय कर सका। उन्होंने श्लोक के माध्यम से कहा कि उदार हृदय वालों के लिए संपूर्ण पृथ्वी ही परिवार होती है।
लखनऊ की रहने वाली कृतिका सिंह का चयन डिप्टी एसपी पद पर हुआ। उन्होंने कहा कि सीएम का आशीर्वाद लेना चाहूंगी कि मैंने समस्त तैयारी यूपी के समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित आदर्शपुर परीक्षा केंद्र पर रहकर पूर्ण की। यह संस्थान आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं को निःशुल्क आवासीय व प्रशिक्षण सुविधा उपलब्ध करता है। मैं मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद करती हूं कि मेरे जैसी बहुत सी लड़कियों को वहां अवसर प्रदान किया जा रहा है। प्री से लेकर मेंस व इंटरव्यू तक की निःशुल्क सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। शिक्षण ही नहीं, बल्कि हर क्षेत्र में लड़कियां निकलकर अपना योगदान दे रही हैं।
लखनऊ निवासी डॉ. रागिनी चौहान चिकित्साधिकारी (सामुदायिक स्वास्थ्य) पद पर चयनित हुई हैं। डॉ. रागिनी चौहान ने कहा कि सीएम का अभिनंदन करना चाहती हूं कि उन्होंने विगत छह वर्ष में प्रत्येक वर्ष आयुर्वेद व आयुष विभाग में भर्तियों द्वारा अधिक से अधिक चिकित्सकों को सरकारी सेवाएं प्रदान करने का अवसर दिया। साथ ही साथ पिछले 10-12 वर्षों से लंबित नियुक्तियों का यथाशीघ्र समाधान कर अभ्यर्थियों को लाभान्वित किया। इसके साथ ही महायोगी गुरु गोरक्षनाथ यूनिवर्सिटी की स्थापना, औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा तथा यूपी को आयुष मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए नए योग व वेलनेस सेंटर, आयुष डिस्पेंसरी आदि की योजनाएं लागू कीं। हम सभी चिकित्साधिकारी अपने दायित्वों का पूरी जिम्मेदारी व ईमानदारी से पालन करेंगे।