अब तक 95 लोगों को वापस लाने में कामयाब रही सरकार तो 112 अन्य को लाया जा रहा है वापस
77 लोगों के सुरक्षित होने की जुटाई गई जानकारी, जल्द वापस लाने के किए जा रहे प्रबंध*
23 लापता लोगों की जानकारी जुटाने में यूपी सरकार ने झोंकी ताकत, जल्द वापसी का है भरोसा
अथाह ब्यूरो लखनऊ। यूपी के लोगों पर जब भी आपदा आती है तो प्रदेश की योगी सरकार उनके लिए कवच बन जाती है। हिमाचल प्रदेश में आई आपदा में भी सरकार का यह कवच यूपी के लोगों की हिफाजत कर रहा है। पर्यटन के लिए हिमाचल प्रदेश गए यूपी के लोग अचानक वहां हुई भारी बारिश और लैंडस्लाइडिंग व बाढ़ के बीच बुरी तरह फंस गए थे, लेकिन प्रदेश सरकार ने रेस्क्यू मिशन चलाकर अब तक सैकड़ों लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। कुछ लोगों को वहां से सुरक्षित वापस लाया जा रहा है तो वहीं कुछ अन्य लोगों के सुरक्षित होने की सूचना सरकार ने जुटा ली है। वहीं चंद लोग ही ऐसे हैं, जिन तक सरकार खराब नेटवर्क या खराब मौसम के चलते नहीं पहुंच पाई है। हालांकि, सरकार की ओर से उन लोगों को भी जल्द से जल्द सुरक्षित घर लाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
रेस्क्यू मिशन में जुटी यूपी सरकार प्राप्त जानकारी के अनुसार, यूपी से कुल 307 लोग पर्यटन समेत कुछ अन्य कारणों से बीते दिनों हिमाचल प्रदेश गए थे। तभी पहाड़ पर आपदा आ गई, जिसमें ये लोग बुरी तरह फंस गए। आपदा की आहट मिलते ही योगी सरकार ने यूपी के लोगों के फंसे होने की जानकारी जुटाई और फिर रेस्क्यू मिशन लॉन्च कर दिया। इस रेस्क्यू मिशन के तहत सरकार अब तक 95 लोगों को प्रदेश वापस लाने में कामयाब रही है तो वहीं 112 लोगों को वापस लाया जा रहा है। वहीं, विभिन्न माध्यमों से यूपी के 77 लोगों के सुरक्षित होने की जानकारी जुटा ली गई है और जल्द उन्हें वापस लाने के प्रबंध किए जा रहे हैं। सिर्फ 23 नागरिक ऐसे हैं जिनसे खराब नेटवर्क, खराब मौसम, टूटे रास्तों या किसी अन्य वजह से संपर्क नहीं हो पा रहा है। हालांकि, सरकार ने इस 23 लोगों की जानकारी जुटाने के लिए अपना पूरा नेटवर्क लगा दिया है और भरोसा दिलाया है कि इन्हें भी जल्द से जल्द वापस यूपी लाया जाएगा। जिन 23 लोगों से संपर्क नहीं हो पा रहा है, उसमें कानपुर, लखनऊ, सहारनपुर, मेरठ, आगरा, कन्नौज, झांसी और लखीमपुर जैसे जनपदों से लोग शामिल हैं। यूपी से ज्यादातर लोग मनाली पर्यटन के लिए गए थे। इसके अलावा कुछ लोग मंडी, कुल्लू, कसोल,सोलन, पुलगा, सोजा, सांगला, धर्मशाला और चंद्रताल वैली भी गए थे, जहां अचानक आई आपदा में वो फंस गए थे।