- विधायक सुनील शर्मा ने मजार हटवाने के लिए लिखा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र
- राजनगर एक्सटेंशन चौराहे के पास, आईटीएस के पास तथा हिंडन रेलवे पुल के नीचे स्थित है मजार
- राजनगर एक्सटेंशन चौराहे पर स्थित मजार से मेरठ- दिल्ली मार्ग का यातायात हो रहा है बाधित
अथाह संवाददाता
साहिबाबाद। साहिबाबाद विधानसभा से भाजपा विधायक सुनील शर्मा ने अपने विधानसभा क्षेत्र में अवैध धार्मिक मजारों के निर्माण को हटाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है।
पत्र में विधायक सुनील शर्मा ने लिखा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र साहिबाबाद में विभिन्न स्थानों पर गत दिनों में अवैध धार्मिक मजारों का निर्माण किया गया है (जिसके फोटो संलग्न है) धार्मिक स्थल की आड़ में कुछ आसामाजिक तत्वों द्वारा सरकारी जमीनों पर कब्जा किया हुआ है। उन्होंने कहा कि राजनगर एक्सटेंशन चौराहे पर रैपिड रेल स्टेशन के नीचे मुरादनगर से गाजियाबाद आते हुए फ्लाईओवर से पहले, आईटीएस कॉलेज के सामने वाली रोड जोकि करहैड़ा हिंडन एयरबेस की ओर जाते हुए बाएं हाथ पर स्थित है तथा हिंडन से वसुंधरा जाते हुए हिंडन रेलवे पुल के नीचे अर्थला में ये मजार स्थित है।
सुनील शर्मा ने पत्र के माध्यम से कहा कि मजारों के निर्माण से धीरे-धीरे सरकारी जमीनों पर कब्जा किया जा रहा है, यह एक मजार जिहाद के रूप में सोची समझी साजिश के तहत कार्य किया जा रहा है। उपरोक्त सभी मजारों के कारण आये दिन कोई न कोई दुर्घाटना घटित होती रहती है तथा यातायात बधित होता है। उपरोक्त सभी मजारों की जांच कर सरकारी जमीन पर निर्माण की गई इन अवैध मजारों को हटाकर सरकारी भूमि खाली कराने का कष्ट करें।
आपको बता दे कि उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जहां पूरे प्रदेश से सरकारी जमीन पर बनी मजारों को हटाने की एक मुहिम चला रखी है, हर-तरफ मजारों पर बुल्डोजर चल रहा हैं, वहीं अब उत्तरप्रदेश की साहिबाबाद विधानसभा से भाजपा विधायक सुनील शर्मा ने अपने विधानसभा क्षेत्र से यह मुहिम शुरू की है तथा मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मजारों को हटाने की मांग की है।
आवागमन बाधित करती है ये मजारें
राजनगर एक्सटेेंशन चौराहे पर बनी हुई मजार के कारण दिल्ली- मेरठ मार्ग पूरी तरह से बाधित हो रहा है। हालत यह है कि मजार के कारण सड़क संकरी हो गई है। कई बार वाहन भी मजार से टकरा चुके हैं। इसी प्रकार अन्य मजारों के कारण भी यातायात प्रभावित होता है।