- समाज कल्याण विभाग का 2 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम
- लाभार्थीपरक योजनाओं को कैसे पारदर्शी और प्रभावी बनाएं, इस पर हुई चर्चा
- विभागीय मंत्री ने तकनीकी का अधिकाधिक प्रयोग पर दिया जोर
- दो दिवसीय प्रशिक्षण में प्रदेश भर के समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने लिया हिस्सा
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। तकनीकी का अधिक से अधिक उपयोग कर लाभार्थीपरक योजनाओं को कैसे पारदर्शी और प्रभावी बनाया जाए, ऐसी तमाम विषयों पर चर्चा के लिए समाज कल्याण विभाग द्वारा अधिकारियों का दो दिवसीय प्रशिक्षण गुरुवार को भागीदारी भवन, गोमतीनगर में प्रारम्भ हुआ। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने कहा कि हम अपने कार्य को सिर्फ़ करें नहीं बल्कि पूरे मनोयोग के साथ उसको पूर्ण करें। आज समय तकनीकी के साथ आगे बढ़ने का है, तभी सारी चीजें आसान होंगी। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों को चाहिए कि अपने जूनियर अधिकारियों को बेहतर कार्य के लिए प्रोत्साहित करें। ताकि नए अधिकारियों की क्रिएटिविटी का भरपूर उपयोग किया जा सके।
बैठक के दौरान समस्त विभागीय योजनाओं की प्रगति, संचालन में आ रही समस्याओं, उनके निराकरण संबंधी कार्य योजना एवं नवाचार के सम्बन्ध में जनपद, मण्डल व मुख्यालय स्तर के अधिकारियों की टीम द्वारा प्रस्तुतीकरण किया गया। वृद्धावस्था पेंशन योजना अंतर्गत आधार प्रमाणीकरण, फैमिली आईडी, एलजी मैपिंग एवं आधार बेस्ड भुगतान को शत- प्रतिशत किए जाने की आवश्यकता एवं प्रक्रिया के संबंध में अवगत कराते हुए बताया गया कि विगत वर्ष में 12 लाख नवीन लाभार्थियों को पेंशन योजना में शामिल किया गया है।
राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना में आवेदन की नई व्यवस्था के अंतर्गत आधार प्रमाणीकरण, आय व मृत्यु प्रमाण पत्र का आॅनलाइन वेरिफिकेशन कर पारदर्शी प्रक्रिया से आधार बेस्ड पेमेंट सुनिश्चित किया जाएगा।छात्रवृत्ति योजना में आधार बेस्ड उपस्थिति, अभिलेखों के आॅनलाइन सत्यापन एवं शैक्षिक सत्र के देर से प्रारंभ होने व रिजल्ट देर से आने जैसी समस्याओं पर चर्चा की गई। साथ ही योजनांतर्गत शिकायत निवारण प्रणाली के अंतर्गत हेल्प लाइन विकसित की जाएगी। अत्याचार उत्पीड़न पर आर्थिक सहायता में एनआईसी द्वार पोर्टल विकसित किया गया है, जिसमें एससी/एसटी एक्ट के अंतर्गत दर्ज एफआईआर की सूचना सीधे प्राप्त हो जायेगी एवं ससमय आर्थिक सहायता उपलब्ध करा दी जाएगी।
सर्वाेदय विद्यालयों में कुशल मॉनिटरिंग एवं संचालन हेतु प्रकोष्ठ का गठन किए जाने के साथ ही टीसीएस सीएसआर ग्रुप, खान अकादमी, एम्बाइब, टैब-लैब इत्यादि के माध्यम से तकनीकी आधारित आधुनिक शिक्षा पद्धति का प्रयोग किया जा रहा है एवं जेईई, नीट इत्यादि प्रतियोगी परीक्षाओं की नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा भी प्रदान की जा रही है ।
बैठक में समाज कल्याण राज्यमंत्री संजीव कुमार गोंड, उपाध्यक्ष अनुगम विश्वनाथ, आयुक्त समाज कल्याण हेमंत राव, प्रमुख सचिव समाज कल्याण डॉ. हरिओम, सचिव समाज कल्याण समीर वर्मा, निदेशक, समाज कल्याण पवन कुमार व विभाग के मुख्यालय, मंडल व जनपद स्तरीय अधिकारी सम्मिलित हुए।