- भाजपा को झटका, 9 में से मिली मात्र 2 निकायों में जीत
- रालोद, बसपा के खाते में 2-2 चेयरमैन पद
- सपा, बसपा, असपा, निर्दलीय सभी को किया संतुष्ट
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद जिले के मतदाता लगता है कि किसी भी पार्टी को निराश नहीं करते। यहीं कारण है कि उन्होंने भाजपा को कुछ ज्यादा अवश्य दिया, लेकिन रालोद और बसपा को भी भाजपा के बराबर ला दिया। इतना ही नहीं मतदाताओं ने हर दल की झोली में कुछ न कुछ डाला है। हालांकि गाजियाबाद जिले के परिणाम उसके लिए झटका है। खासकर 2024 के मद्देनजर। निकाय चुनाव में भाजपा की हार के लिए पार्टी की गुटबाजी भी जिम्मेदार है। वहीं, लोनी में जीत के साथ ही खतौली विधायक मदन भैया की बढ़ती ताकत के रूप में देखा जा रहा है।
2018 के निकाय चुनावों को देखें तो भाजपा ने गाजियाबाद महापौर पद के साथ ही मोदीनगर, लोनी, खोड़ा और मुरादनगर नगर पालिकाओं में भगवा फहराने का काम किया था। लेकिन इस बार उसके हिस्से में महापौर पद के साथ ही मोदीनगर नगर पालिका चेयरमैन पद ही आया है। दोनों स्थानों पर भाजपा ने भारी मतों से जीत दर्ज की है। इसके साथ ही रालोद विधायक मदन भैया और लोनी के भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर की प्रतिष्ठा से जुड़ी सीट थी। यहां पर रालोद की रंजीता मनोज धामा ने 18 हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज की। लोनी में भाजपा को तगड़ा झटका लगा है। इसके साथ ही मुरादनगर में बसपा की छम्मी चौधरी ने भाजपा की बागी रेखा अरोड़ा को हराया। यहां पर भाजपा प्रत्याशी रमा देवी तीसरे स्थान पर रही। यहां पर पिछली बार भाजपा के विकास तेवतिया चेयरमैन थे।
खोड़ा नगर पालिका में भाजपा विधायक सुनील शर्मा के चिर प्रतिद्वंदी पूर्व विधायक अमरपाल शर्मा की पत्नी मोहिनी शर्मा ने भाजपा की निवृतमान चेयरमैन रीना भाटी को हराया। मोहिनी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में थी।
मोदीनगर की बात करें तो यहां पर भाजपा के विनोद वैशाली जाटव ने भारी मतों से जीत दर्ज की। विनोद जिले में अकेले प्रत्याशी ऐसे थे जिन्हें भाजपा के सभी गुटों का समर्थन था। हालांकि उन्हें मुख्य रूप से विधायक डा. मंजू शिवाच के साथ ही जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल का आशीर्वाद प्राप्त था। विनोद जाटव वैशाली ने 46 हजार 600 मतों से जीत दर्ज की। सपा के अनिल त्यागी ने निवाड़ी नगर पंचायत में जीत दर्ज की, वहीं पतला में रालोद प्रत्याशी रीता चौधरी ने जीत दर्ज की। फरीदनगर में आजाद समाज पार्टी की रेशमा और डासना नगर पंचायत में बसपा की बागे जहां ने जीत दर्ज करने में सफलता प्राप्त की।
इस चुनाव में मतदाताओं ने हर पार्टी और खासकर भाजपा को सबक सिखाया है। भाजपा की गुटबाजी भी इसके लिए कम जिम्मेदार नहींं है।