अथाह सवांददाता
गाजियाबाद। शहर की सरकार चुनने के लिए संपन्न हुए नगर निकाय चुनाव में गाजियाबाद से महापौर पद के लिए चुनाव लड़ी भाजपा की सुनीता दयाल ने 2017 की जीत के रिकॉर्ड को भी ध्वस्त कर दिया। उन्होंने अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी बसपा की निशारा खान को 2 लाख 87 हजार 665 वोटों से शिकस्त दी। रिकॉर्ड तोड़ हुई जीत से भाजपा समर्थकों में गजब का उत्साह है। भाजपा ने गाजियाबाद ही नहीं प्रदेश के सभी 17 नगर निगम पर कब्जा कर भगवा फहराया । यही नहीं नगर निगम के 100 वार्ड में करीब 67 पार्षद भाजपा के चुनकर आए हैं, जो 2017 से अधिक है। भाजपा महापौर सुनीता दयाल ने मिली ऐतिहासिक जीत पर नगर निगम क्षेत्र के देवतुल्य मतदाताओं का तहे दिल से आभार जताया।
आरडीसी स्थित चुनाव कार्यालय पर उन्होंने अपने चुनाव प्रबंधन समिति के साथ जिम्मेदार पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं का भी आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा जनता ने उन्हें जो आशीर्वाद दिया है उस पर पूरी तरह खरा उतरने की कोशिश करेंगी और सभी जनता जनार्दन व भाजपा कार्यकर्ताओं जनप्रतिनिधियों जिन्होंने भी उन्हें उनके चुनाव में जी तोड़ मेहनत की इसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा आप सभी के सहयोग, मेहनत से ही यह सम्भव हुआ है। उन्होंने कहा कि वह सभी के साथ समन्वय बनाकर निगम के हर पार्षद को साथ लेकर नगर के विकास की गति को आगे बढ़ाएंगी। भाजपा को मिली ऐतिहासिक जीत के लिए सभी कार्यकर्ता पदाधिकारी गदगद दिखे सभी ने एक दूसरे को बधाई दी और मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया। इस मौके पर रिकॉर्ड मतों से जीत करने वाली भाजपा प्रत्याशी सुनीता दयाल का भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत अभिनंदन किया
जिले में भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुई मतगणना
गाजियाबाद। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच संपन्न हुई निकाय मतगणना। जिले में तीन स्थानों पर जिला प्रशासन ने निकाय चुनाव की मतगणना शनिवार की सुबह 8 बजे प्रारंभ की।मतगणना स्थल पर जाने वाले मार्गो को पर केवल मतदान कर्मी और राजनीतिक दलों को जाने की अनुमति थी वही आम लोगों के जाने के लिए यातायात पुलिस ने मार्ग परिवर्तन कर रखा था। सुबह 6 बजे से ही मतदान केंद्रों पर मतदान कर्मी पहुंच गए थे। वही 7 राजनीतिक दलों एवं प्रत्याशियों को मतगणना के लिए प्रवेश दिया गया था। मतगणना दो प्रकार से हुई नगर निगम गाजियाबाद व लोनी नगर पालिका की मतगणना ईवीएम मशीनों द्वारा की गई। वही अन्य सात निकायों का मतदान बैलेट पेपर पर हुआ था इसलिए मतगणना नहीं बैलेट पेपर की गिनती की गई। मतगणना केंद्र के अंदर भारी सुरक्षा व्यवस्था जहां तैनाती वही जिला अधिकारी एवं संबंधित अधिकारी बार-बार भ्रमण कर कर मतगणना स्थल पर 11 हाल में निगरानी किए हुए थे। भारी सुरक्षा व्यवस्था के कारण शांतिपूर्ण तरीके से मतगणना संपन्न हुई। वही बढ़ती गर्मी और धूप के कारण मतगणना स्थल पर पहुंचे प्रत्याशी और राजनीतिक दलों को खासी परेशानी का भी सामना करना पड़ा। जहां मतगणना हाल के बाद अपनी बारी का इंतजार करते हुए उन्हें गर्मी से दो दो हाथ होने पड़े।