– तुर्की से नज़दीकियां आमिर खान को पड़ी भारी
गाजियाबाद। तुर्की के राष्ट्रपति की पत्नी से मुलाकात आमिर खान को भारी पड़ रही है, जिसका विरोध देश के विभिन्न हिस्सों में शुरू हो गया है। गाजियाबाद में व्यापारी और समाजसेवियों ने आमिर खान कि इस मुलाकात का विरोध करते हुए आमिर खान के पोस्टरों को जलाया।
समाजसेवी व व्यापारी नेता पंडित अशोक भारतीय ने आमिर खान का विरोध करते हुए बताया किभारत की विदेश नीति में तुर्की भारत विरोधी अभियान में पाकिस्तान व चीन का अनुगामी देश है जो भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने का काम यह कह कर कर रहे हैं कि कश्मीर फिलस्तीन के हालात एक जैसे ही हैं, वह कश्मीर से धारा 370 हटने का विरोध करते हैं।
ऐसे में हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह अपने देश के साथ चलते हुए विरोधियों को करारा जवाब देना चाहिए।जिस व्यक्ति को भारत की जनता ने बेपनाह प्यार कर सफलता की बुलंदी पर पहुचाया वहहिंदी फिल्मकार आमिर ने ऐसे विपरीत परिस्थितियों में तुर्की के राष्ट्रपति के परिजनो प्रथम महिला एमिल एद्रोगन से मुलाकात कर राष्ट्रीय नागरिक कर्तव्य के प्रति कदाचार किया है।
जिसकी कठोर शब्दों में निंदा करते हुए, आमिरखान की अभिनित फिल्मो का बहिष्कार करने की घोषणा करते हुए उसका पुतला दहन किया गया। अब देश की जनता ही ऐसे पाखंडी को आसमान से जमीन पर ला पटकेगी और उसकी फिल्म चाय लाल सिंह चड्ढा हो या काले सिंह चड्ढा हो या पीले सिंह चढ़ाव सभी का मैं पंडित अशोक भारतीय है और लोकसभा प्रत्याशी गाजियाबाद देशवासियों से बहिष्कार करके आमिर खान को उसकी औकात बताने की प्रार्थना करता हूं तथा सभी फिल्मकारों से अपील करता हूं कि ऐसे कलाकार का सामाजिक बहिष्कार करके सबक सिखाने का काम किया जाए क्योंकि देश का अपमान आमिर खान ने आजादी की वर्षगांठ के दिन ही करके देश के शहीदों का अपमान किया है।
इस अवसर पर मुख्य रूप से पंडित अशोक भारतीय, संदीप त्यागी रसम प्रवीण बत्रा वेद प्रकाश शर्मा प्रमोद गुप्ता गौरव अग्रवाल राजेश वर्मा वीरेंद्र कंडेरे हाजी महफूज अली गौरव अग्रवाल कासिम प्रधान मनोज जैन शंकरउपस्थित रहे।