- पंडित दीनदयाल उपाध्याय की डायरी का लिया गया सहारा
- ‘दल की गलती को सुधारना मतदाता का कर्त्तव्य’
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद निकाय चुनाव में भाजपा में शुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। आये दिन कोई न कोई नया विवाद सामने आ जाता है। स्थानीय सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह की पुत्री मृणालिनी सिंह की फेसबुक पोस्ट को लेकर भाजपाई चटकारे ले रहे हैं। इस पोस्ट में उन्होंने कहा है कि कोई बुरा प्रत्याशी केवल इसलिए आपका मत पाने का दावा नहीं कर सकता कि वह अच्छे दल से खड़ा है। इस प्रकार निकाय चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर उन्होंने सवाल खड़े करने के साथ ही नेतृत्व की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किये हैं।
बता दें कि भाजपा में टिकट बंटवारे को लेकर महापौर के चुनाव कार्यालय पर जमकर हंगामा हुआ था। इस दौरान मृणालिनी सिंह और साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा के बीच जमकर तकरार तो हुई ही थी साथ ही दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट भी हुई थी। इसके बाद बुधवार को विधायक अतुल गर्ग के प्रतिनिधि अजय राजपूत के स्टेटस में मृणालिनी सिंह के साथ ही भाजपा के प्रदेश मंत्री अमित वाल्मीकि और जनरल वीके सिंह के प्रतिनिधि कुलदीप सिंह चौहान पर आरोप लगाये गये थे। इस मामले में मृणालिनी सिंह ने अजय राजपूत के खिलाफ आईटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया था।
अब मृणालिनी सिंह की फेसबुक पोस्ट चर्चाओं में है। भारतीय जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की डायरी से लिये गये शब्दों में इस पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि ‘कोई बुरा प्रत्याशी केवल इसलिए आपका मत पाने का दावा नहीं सकता कि वह किसी अच्छे दल की और से खड़ा है। दल के ‘हाईकमान’ ने ऐसे व्यक्ति को टिकट देते समय पक्षपाल किया होगा। अत: ऐसी गलती को सुधारना मतदाता का कर्त्तव्य है’। इसके साथ ही नीचे लिखा है पंडित दीनदयाल उपाध्याय / पॉलिटिकल डायरी पृष्ठ 151, 11 दिसंबर 1961
इस प्रकार उन्होंने टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी नेतृत्व पर सवाला खड़ा किया है। उनके इस बयान को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं मे बहस भी शुरू हो गई है। इसको लेकर कहा जा रहा है कि उन्होंने अपने समर्थकों को संदेश देने का प्रयास किया है। इस मामले में जनरल वीके सिंह के सहयोगी कुलदीप सिंह चौहान से बात कर जब मृणालिनी सिंह का बयान मांगा गया तो उन्होंने कहा कि मृणालिनी सिंह ने बयान देने से इनकार किया है।