अथाह सवांददाता
गाजियाबाद। नए सत्र में जिले के सरकारी स्कूल के बच्चों को अब यूनिफॉर्म के लिए महीनों इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इस वर्ष अप्रैल माह में ही परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को ड्रेस के लिए धनराशि मुहैया करा दी जाएगी। शिक्षा विभाग ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है।
जिले में परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को हर साल ड्रेस के लिए महीनों का इंतजार करना पड़ता था। यही नहीं सर्दी के मौसम में भी बच्चों को मजबूरी में बिना स्वेटर के ठिठुरते हुए स्कूल जाना पड़ता है, क्योंकि समय पर बच्चों का आधार सत्यापन नहीं होने से शासन से यूनिफॉर्म की धनराशि नहीं मिल पाती, लेकिन अब एक अप्रैल से शुरू हुए नए सत्र में बच्चों को परेशानी नहीं होगी और अभिभावक भी समय पर बच्चों के लिए यूनिफॉर्म खरीद सकेंगे।
इस बार अप्रैल के तीसरे हफ्ते में ही अभिभावकों के खाते में बच्चों की यूनिफार्म, जूते मोजे और बैग का पैसा पहुंचा दिया जाएगा। इसके लिए आधे से ज्यादा बच्चों का आधार सत्यापन लगभग पूरा हो चुका है। वहीं, जिन बच्चों का सत्यापन नहीं हुआ है उसे जल्द से जल्द पूरा करने के लिए बीएसए ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार मिश्रा ने बताया कि आधार सत्यापन के बाद सभी बच्चों का ब्यौरा ऑनलाईन पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है। पहले चरण में अप्रैल के तीसरे हफ्ते तक अभिभावकों के खाते में यूनिफॉर्म की धनराशि भेज दी जाएगी। वहीं, नव प्रवेशित बच्चों का दाखिले के बाद तुरंत आधार सत्यापन करने का प्रयास रहेगा।
बिना आधार नहीं मिलेगी यूनिफॉर्म की धनराशि
शैक्षिक सत्र 2022-23 के करीब आठ हजार छात्र-छात्राओं को यूनिफॉर्म की धनराशि नहीं मिल पाई थी, क्योंकि उनके पास आधार नहीं था। इस बार शिक्षा विभाग ने साफ कहा है कि जिन बच्चों का आधार नहीं है और उनके खाते आधार से सीड नहीं हैं, उन्हें यूनिफॉर्म की 1200 रुपये का लाभ नहीं मिल पाएगा। क्योंकि शासन स्तर से यह धनराशि सीधे अभिभावकों के खाते में भेजी जाती है। जिसके लिए आधार होना और आधार का खाते से सीड होना जरूरी है।