Dainik Athah

एनसीआर को सुपर रफ्तार देने जा रही रैपिड रेल को मिला नया नाम ‘रेपिड एक्स’

  • दिल्ली-मेरठ तक 82 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर पर रैपिड रेल का काम तेजी से चल रहा है
  • 180 की स्पीड से होगा मेरठ तक का सफर
  • गति और प्रगति को दशार्ने के अलावा, नाम में अगली पीढ़ी को दशार्ता है। प्रौद्योगिकी और नए युग को दशार्ता है। यह युवाओं, आशावाद और ऊर्जा का भी प्रतिनिधित्व करता है।
  • हरी पत्ती का प्रतीक एनसीआर में ना केवल केवल सड़क पर वाहनों की संख्या को कम करके बल्कि हरित ऊर्जा के उपयोग से डीकाबोर्नाइजेशन के प्रति ब्रांड की प्रतिबद्धता को दशार्ता है।
  • एनसीआरटीसी स्टेशनों और डिपो पर सौर पैनलों की स्थापना के साथ-साथ कर्षण में मिश्रित शक्ति का उपयोग करके हरित ऊर्जा का दोहन कर रहा है जिसे उत्तरोत्तर बढ़ाने की योजना है।

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद।
दिल्ली-एनसीआर को सुपर रफ्तार देने जा रही रैपिड रेल जल्द शुरू होने वाली है। यह रेल अब ‘रैपिड एक्स’ के नाम से दौड़ेगी। रैपिड रेल का नया नाम नई जेनरेशन के हिसाब से रखा गया है। बताया जा रहा है कि, रैपिड रेल ‘रैपिड एक्स’ के नाम से चलेगी। रैपिड नाम पहले से चल रहा है। इसमे एक्स को जोड़ा गया है। मई में दिल्ली-मेरठ रूट पर इसका संचालन शुरू हो सकता है। पहले चरण में साहिबाबाद से दुहाई के बीच रैपिड एक्स चलेगी। अगले वर्ष तक दिल्ली मेरठ में यह ट्रेन चलने लगेगी।

दिल्ली-मेरठ तक 82 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर पर रैपिड रेल का काम चल रहा है। प्रोजेक्ट का प्राथमिक खंड साहिबाबाद से दुहाई तक 17 किलोमीटर लंबा है। इस खंड में पांच स्टेशन हैं। एनसीआरटीसी का दावा है कि पहला खंड रैपिड रेल परिचालन के लिए पूरी तरह तैयार है। रैपिड रेल का ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। ट्रायल रन के दौरान ट्रैक पर रैपिड रेल को 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ाया गया।

रैपिड रेल 5 से 10 मिनट के अंतराल में चलेंगी। रात में केवल 6 घंटे के लिए रैपिड रेल सेवा को बंद रखा जाएगा। ट्रेन संचालन का पूरा सिस्टम कंप्यूटराइज रहेगा। यदि कोच में सवारी नहीं है तो आॅटोमेटिक उसकी लाइट अपने आप बंद हो जाएंगी। बता दें कि, उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लगने से प्राथमिक खंड पर रैपिड रेल के परिचालन का उद्घाटन फिलहाल टल गया है। यात्रियों को अब रैपिड रेल में सफर करने के लिए मई आखिर तक इंतजार करना पड़ सकता है। हालांकि, प्रोजेक्ट पूरा होने की डेडलाइन जून माह है। ट्रेन में कुल 6 कोच होंगे और महिलाओं के लिए एक कोच आरक्षित रहेगा।

यह रैपिड रेल दिल्ली से मेरठ तक 55 मिनट में पहुंच जाएगी। दिल्ली से मेरठ तक यह प्रोजेक्ट 82 किलोमीटर लंबा है। दिल्ली से मेरठ तक 82 किलोमीटर लंबे खंड में 10 हजार से ज्यादा मजदूर निर्माण कार्य में जुटे हैं। रैपिड रेल में मरीजों के लिए भी खास इंतजाम: विनय कुमार ने बताया कि रैपिड रेल में मरीजों के लिए अलग से व्यवस्था रहेगी। मरीज स्ट्रैचर सहित रैपिड रेल में सफर कर सकेंगे। इसके लिए उनसे कोई अतिरिक्त किराया नहीं वसूला जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *