Dainik Athah

भ्रष्टाचार की शिकायत मिली तो अधिकारियों पर होगी कड़ी कार्रवाई: असीम अरुण

उद्योग- व्यापारी बंधुओं की बैठक में जिले के प्रभारी मंत्री ने जाना उद्यमियों एवं व्यापारियों का हाल

जिले में द्योगों- उद्यमियों की सुरक्षा में कोई चूक न हो: प्रभारी मंत्री

उद्योग एवं व्यापार बंधुओं की समस्याओं का अगली बैठक से पहले निस्तारण के दिए सख्त निर्देश

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद।
जिले के प्रभारी मंत्री एवं प्रदेश के समाज कल्याण राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण ने उद्योग एवं व्यापारी बंधु की बैठक में जहां उद्यमियों एवं व्यापारियों का हाल जाना, वहीं उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

जिले में उद्योगों को बढ़ावा देने व उद्यमियों की समस्याओं के निस्तारण को लेकर प्रभारी मंत्री असीम अरुण ने मंगलवार को कलक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों व उद्यमियों के साथ बैठक की। बैठक में विभिन्न औद्योगिक संगठनों के पदाधिकारियों ने इस दौरान व्यापार करने में आ रही व्यवहारिक दिक्कतों से जहां अवगत कराया वहीं व्यापारियों की सुरक्षा की बात कही। असीम अरुण ने उद्यमियों को आश्वस्त किया कि उत्तर प्रदेश की वन ट्रिलियन डॉलर इकोनामी बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयासरत हैं। व्यापार को सुगम बनाने के लिए जहां सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है वहीं उद्योग व उद्यमियों की सुरक्षा का पूरा भरोसा दिया गया है। उन्होंने कड़े लहजे में अधिकारियों को निर्देश दिया कि उद्योगों- उद्यमियों की सुरक्षा में कोई चूक न हो। उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा तो प्रदेश तरक्की करेगा। इसलिए उद्योगों को बढ़ावा देने की दिशा में कोई कसर न छोड़ी जाए।

उन्होंने उद्यमियों को यह भी भरोसा दिया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में अपराधमुक्त वातावरण जो बना है उसमें वे निडर होकर अपना व्यापार करें। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि भ्रष्टाचार से संबंधित कोई भी शिकायत उन्हें मिलती है तो वे कार्रवाई करने में जरा भी देर नहीं लगाएंगे। उन्होंने उद्यमियों से एक-एक कर सुझाव भी मांगे तथा सुझावों को बड़े ध्यान से सुना और उन पर अमल करने का आश्वासन भी दिया। प्रभारी मंत्री की यह बैठक जिले में औद्योगिक व व्यापारिक माहौल बनाने में काफी हद तक सफल भी रही। बैठक में उद्यमी और व्यापारियों ने प्रभारी मंत्री के आश्वासनों का स्वागत किया और उनकी समस्याओं के जल्द निराकरण के लिए धन्यवाद भी दिया।

प्रभारी मंत्री ने अग्रणी बैंक प्रबंधक को निर्देश दिया कि ऋण आवंटित करने में देरी न की जाए। बैंक शाखाओं को निर्देश दिया जाए कि उद्यमियों व व्यापारियों को लेनदेन में कोई दिक्कत न आए। उद्योगों व छोटे व मझौले व्यापारियों को आगे बढ़ाने में बैंकों का भी अहम योगदान होता है, समय से ऋण दिया जाएगा तो उत्पादन भी बढ़ेगा और व्यापार तेजी से आगे बढ़ेगा। उन्होंने जीएसटी विभाग के अधिकारियों को विशेष रूप से निर्देश दिया कि उद्यमियों के उत्पीड़न की यदि कोई शिकायत मिली या फिर भ्रष्टाचार से संबंधित कोई मामला सामने आया तो उस पर बिना किसी देरी के कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने जिले में होने वाले औद्योगिक निवेश में तेजी से कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों से उद्यमियों द्वारा किये गये आवेदन पत्रों पर शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

असीम अरुण ने कहा कि बैठक का मुख्य उद्देश्य उद्यमियों की समस्याओं का निस्तारण करना है। प्रत्येक बिन्दुओं की रिपोर्ट निर्धारित समय में निस्तारित करने के निर्देश दिए तथा सम्बन्धित विभागों को अनुपालन आख्या प्रेषित करने के निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी एवं जीडीए उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने प्रभारी मंत्री को अवगत कराया कि जनपद में निवेश की संभावनाएं बहुत हैं, निवेश के लिए जीडीए में 30 एमओयू साइन किए गए थे, इसके सापेक्ष्य 22 निवेशकों ने उद्योग लगाने के लिए नक्शे की स्वीकृत के लिए आवेदन प्रस्तुत किए थे जिनमें से 15 नक्शों को स्वीकृत कर दिया गया है। शेष पर कायार्वाही जारी है। उन्होंने आश्वस्त किया कि नए उद्योगों की स्थापना में कोई अड़चन उद्यमियों को नहीं आने दी जाएगी।

असीम अरुण ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के अंतर्गत प्राप्त निवेश एवं एमओयू के क्रियान्वयन के संबंध में जानकारी चाही गई। उक्त संदर्भ में उपायुक्त उद्योग श्रीनाथ पासवान ने जिले में प्राप्त कुल निवेश एवं जनरेट किए गए एमओयू की जानकारी दी गई एवं अवगत कराया गया कि एमओयू के क्रियांवयन हेतु इनवेस्टर सेल का गठन किया गया है एवं उक्त हेतु निरंतर अनुश्रवण किया जा रहा है तथा जिलाधिकारी के स्तर से भी संबंधित विभागों को निरंतर पत्र प्रेषित कर एमओयू को धरातल पर लाने हेतु निरंतर अनुश्रवण/प्रयास किया जा रहा है।

बैठक में उपस्थित औद्योगिक संगठन के प्रतिनिधि दिनेश मक्कड़, गाजियाबाद इंडस्ट्रीज फेडरेशन के अध्यक्ष अरुण शर्मा, लोहा व्यापार मंडल के अध्यक्ष अतुल जैन आदि ने प्रभारी मंत्री से औद्योगिक क्षेत्रों, माल की ढुलाई, परिवहन व निवेश पालिसी को लेकर अपनी बातें रखीं, औद्योगिक एवं व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि गाजियाबाद में ट्रांसपोर्ट नगर न होने के कारण उद्यमियों एवं व्यापारियों को काफी समस्या होती है। अत: जनपद में ट्रांसपोर्ट नगर की स्थापना होनी अत्यंत आवश्यक है। प्रभारी मंत्री ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे नियमानुसार सभी उद्यमियों एवं व्यापारियों की समस्याओं का यथा समय निस्तारण कराना सुनिश्चित करें एवं किसी भी प्रकरण के निस्तारण में अनावश्यक उत्पीड़न नहीं किया जाए। उन्होंने जनप्रतिनिधि, जिला जिला पंचायत अध्यक्ष एवं विधायकों से उनके क्षेत्र की समस्याओं के विषय में विस्तृत जानकारी ली गई एवं उक्त समस्याओं के प्रभावी निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश करते हुए आगामी भ्रमण कार्यक्रम में उसकी अनुपालन आख्या प्रस्तुत किए जाने हेतु निर्देशित किया गया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने राज्य मंत्री को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा आज बैठक में दिए गए दिशा निदेर्शों का अक्षरश: से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष ममता त्यागी, महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा, विधायक मोदीनगर मंजू शिवाच, अतुल गर्ग, सुनील शर्मा, धर्मेश सिंह तोमर, एमएलसी श्रीचंद्र शर्मा, सौरभ जयसवाल प्रतिनिधि राज्य मंत्री नरेंद्र कश्यप, कुलदीप चौहान प्रतिनिधि केंद्रीय राज्य मंत्री डा. जनरल वीके सिंह, पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दिनेश कुमार पी., पुलिस उपायुक्त नगर निपुण अग्रवाल, नगर आयुक्त नितिन गौड़, अपर जिलाधिकारी नगर बिपिन कुमार, अपर जिलाधिकारी प्रशासन ऋतु सुहास, परियोजना निदेशक डीआरडीए पीएन दिक्षित, क्षेत्रीय अधिकारी उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड उत्सव शर्मा, मुख्य अग्निशमन अधिकारी गाजियाबाद, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी वीर सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी अमर जीत सिंह भी उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *