अथाह ब्यूरो
नई दिल्ली। पूर्व राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि भारत ने पूरी दुनिया को चरित्र और संस्कृति की शिक्षा दी है। यह दुनिया में अकेला ऐसा देश है जिसका हर नागरिक प्रजातांत्रिक है। श्री सोलंकी आज यहां पुस्तक मेला में किताब वाले प्रकाशन समूह द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘ भारत की लोकतांत्रिक संस्कृति ‘ के हिंदी और अंग्रेजी संस्करण तथा ‘ दीक्षित डिक्शनरी ऑफ टूरिज्म एंड एलाइड इंडस्ट्री टर्मिनोलॉजी ‘ का विमोचन कर रहे थे। इन पुस्तकों के लेखक सम्पादक डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो मनोज दीक्षित हैं।इस अवसर पर प्रो सोलंकी ने कहा कि भारत का लोकतंत्र अंगा – अंगी भाव से जुड़ा हुआ है। यहां प्रजा को कष्ट होने पर राजा दुःखी होता है। अटल जी इस राष्ट्र को राष्ट्रपुरुष मानते थे। वह दिल्ली को देश का दिल और विंध्याचल को देश की कमर मानते थे।समारोह के मुख्य अतिथि भारतीय शिक्षण मंडल के राष्ट्रीय संगठन मंत्री मुकुल कनिटकर ने कहा कि हमारा लोकतंत्र सबसे पुराना है। देश में अब जाकर लोक के लिए जीनेवाला शासन आया है। यह स्वराज से स्वतंत्रता की जाने का समय है। समारोह को प्रख्यात चिन्तक डॉ अरुण प्रकाश, शिक्षा निदेशक उमेश प्रताप, प्रो मनोज दीक्षित , किताब वाले प्रकाशन समूह के प्रबंध निदेशक प्रशान्त जैन तथा इतिहासकार डॉ अमित राय जैन ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर कई गण्यमान्य लोग मौजूद थे।