Dainik Athah

अगले 2-3 वर्षों में भारत की अर्थ व्यवस्था तीन ट्रिलियन डॉलर होगी: रामनाथ कोविद

डा. केएन मोदी विवि राजस्थान का छठा दीक्षांत समारोह संपन्न

भारत विश्व गुरू बनेगा नहीं, बन चुका है: पूर्व राष्ट्रपति



अथाह संवाददाता
मोदीनगर।
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने कहा कि अगले दो तीन वर्षों में हमारी अर्थ व्यवस्था तीन ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जायेगी। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत का सम्मान पूरे विश्व में बढ़ा है।
रामनाथ कोविद शनिवार को सीएमडी सभागार में संपन्न हुए डा. केएन मोदी विश्वविद्यालय, राजस्थान के छठे दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए उन्होंने समस्त मेडल प्राप्त करने वाले छात्र- छात्राओं को शुभकामनाएं दी। उन्होंने यह जानकर प्रसन्नता व्यक्त की कि डा. डीके मोदी मोदीनगर में डा. केएन मोदी विश्वविद्यालय की स्थापना को लेकर संकल्परत हैं। उन्होंने अपने जीवन में आई चुनौतियों से सभी छात्र छात्राओं को अवगत कराते हुए यह भी बताया कि चुनौतियों का सामना धैर्य, संयम से करना चाहिए। जीवन में माता-पिता के स्थान को ऊंचा बताते हुए सदैव उच्च आदर्शों पर चलने की सलाह दी। साथ ही विश्वविद्यालय द्वारा स्थापित केंद्रीय कार्यशाला, महिला उत्थान के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों की सराहना की।
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने कहा कि भारत के राष्टÑपति एवं प्रधानमंत्री के विदेशों में जाने पर जितना सम्मान अब मिलता है उतना पहले नहीं मिलता था। अब जिस देश में जाते हैं वहां के राष्टÑाध्यक्ष खुद हवाई अड्डे पर स्वागत करने आते हैं। उन्होंने कहा कि यह कहा जाता है कि भारत विश्व गुरू बनेगा। लेकिन मेरा मानना है कि भारत विश्व गुरू बन चुका है। एक दिव्यांग छात्रा को सहयोग करने के लिए उन्होंने डा. डीके मोदी की सराहना की।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन व सरस्वती वंदना से हुआ। तत्पश्चात डा. केएन मोदी फाउंडेशन के चेयरमैन तथा डा. केएन मोदी विश्वविद्यालय, राजस्थान के कुलाधिपति प्रोफेसर डा. डीके मोदी ने अपने अभिवाचन से अधिग्रहित किया। उन्होंने कहा कि डा. केएन मोदी फाउंडेशन के अंतर्गत आने वाले सभी संस्थानों का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण अंचल तथा आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं को विश्वस्तरीय शिक्षा देना तथा महिला सशक्तिकरण है। तत्पश्चात विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डा. एके सिंह ने विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे कार्य, स्थापित किए गए आयाम तथा प्लेसमेंट को विस्तृत रूप से प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर डा. आरके खंडाल, पूर्व कुलपति एकेटीयू लखनऊ रहे। उन्होंने डा. केएन मोदी फाउंडेशन द्वारा किए जा रहे उन्नत कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए उपस्थित छात्र-छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
दीक्षांत समारोह में 12 छात्रों को पीएचडी, 51 छात्रों को स्वर्ण पदक, 32 छात्रों को रजत पदक तथा 33 छात्रों को कांस्य पदक प्रदान किए गए। इसके अतिरिक्त प्रमित कुमार गर्ग डायरेक्टर बिजनेस डेवलपमेंट दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन तथा संजय जैन एडीशनल सॉलीसीटर जनरल आॅफ इंडिया को मानद पीएचडी की उपाधि विश्वविद्यालय की ओर से मानव मोदी द्वारा प्रदान की गई। तत्पश्चात सभी डिग्री प्राप्त कतार्ओं को विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. वीके द्विवेदी द्वारा शपथ ग्रहण कराई गई कि वे सभी समाज और राष्ट्र के हित में अपनी शिक्षा का सदैव सदुपयोग करेंगे।
कार्यक्रम में सविता कोविंद, श्वेता कोविंद, रेनू मोदी, निधि मोदी, नव्या मोदी एवं वेद्या मोदी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। कार्यक्रम संचालन चंचल मित्तल ने किया। कार्यक्रम में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, एसडीएम शुभांगी शुक्ला, विश्वविद्यालय से संजय गुप्ता, एसके नायर, कैप्टन राजीव सक्सेना, राम किशोर अग्रवाल, राजकुमार हितकारी, अखिलेश द्विवेदी, डा. पवन सिंघल, मेघराज शर्मा समेत डा. केएन मोदी फाउंडेशन के अंतर्गत आने वाले सभी संस्थानों के डायरेक्टर, प्रिंसिपल, शिक्षक, रजिस्ट्रार उपस्थित रहे.

पूर्व राष्ट्रपति को मोदीनगर का जाम भी आया याद…

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने कहा कि वे करीब सात साल बाद मोदीनगर आये हैं। पहले जब वे यहां से निकलते थे तो मोदीनगर में लगने वाले जाम के कारण करीब एक घंटा अतिरिक्त लेकर चलते थे। उन्होंने मोदीनगर के भाजपा कार्यकर्ताओं को भी याद किया जो उनका स्वागत करते थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *