पहली रोटी गौ माता की, व्यापार मंडल ने भेंट किया निशुल्क गौ रथ वाहन
सफाई कर्मचारी कल्याण आयोग सदस्य कविता तिसावड़ ने हरी झंडी दिखाकर गौ रथ वाहन को किया रवाना
अथाह संवाददाता
लोनी। हिंदू धर्म में गाय को गौ माता कहकर संबोधित किया जाता है। प्राचीन काल से ही ऋषि मुनि से लेकर बड़े-बड़े राजा महाराजाओं के यहां भी गायों को पाला जाता रहा है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार गायों की सेवा करने से उन्नति प्राप्त होती है। हमारे यहां अधिकतर घरों में सुबह की पहली रोटी गाय को खिलाई जाती है यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। इसी परंपरा का निर्वहन करते हुए लोनी नगर पालिका ने गौ सेवा के लिए पहली रोटी गौ माता की, अभियान की शुरूआत की है। एडीएम प्रशासन एवं कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी ऋतु सुहास की पहल पर व्यापार मंडल ने पालिका को निशुल्क गौ रथ वाहन दान किया है। सोमवार को एडीएम प्रशासन एवं कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी ऋतु सुहास और सफाई कर्मचारी कल्याण आयोग सदस्य कविता तिसावड़ ने गौ रथ वाहन को हरी झंडी दिखाई।
गौ रथ वाहन गायों की सेवा के लिए गुड़ और रोटी लोगों से दान में लेंगे। एडीएम प्रशासन एवं कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी ऋतु सुहास ने बताया कि सोमवार को 60 किलो रोटी एकत्र हुई है जिन्हें गौ सेवा के लिए दिया जाएगा। इस मौके पर उन्होंने बताया कि हिंदू धर्म में गाय को माता का दर्जा दिया जाता है। इसके अलावा शास्त्रों में ऐसा बताया गया है कि गाय के शरीर में सभी देवी देवताओं का वास होता है और जब पहली रोटी गाय को खिलाते हैं तो सभी देवी देवताओं को भोग लग जाता है। ऐसा करने से सभी देवी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि धर्म शास्त्रों में माना गया है कि भगवान को भोग लगाए या गाय माता को पहली रोटी खिलाएं दोनों का फल एक समान ही होता है। इस मौके पर सफाई कर्मचारी कल्याण आयोग की कविता तिसावड़ ने कहा कि गाय को पहली रोटी खिलाने से पुण्य के साथ-साथ और भी कई लाभ मिलते हैं। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में गाय को माता का दर्जा दिया जाता है। पौराणिक मान्यता के मुताबिक घर में बनी पहली रोटी को गाय को खिलानी चाहिए इसके बाद ही परिवार के सदस्यों को रोटी खानी चाहिए। उन्होंने कहा कि गौमाता में लक्ष्मी जी का वास भी माना जाता है। इस मौके पर एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास के अलावा व्यापार मंडल के पदाधिकारी पालिका का स्टाफ मौजूद रहे।
गौमाता में होता है 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास
मान्यता है कि पुराणों के अनुसार गौमाता में 33 करोड़ देवी देवताओं का वास होता है इसलिए पहली रोटी गाय को खिलाने से देवी देवता प्रसन्न होते हैं। उन्होंने कहा कि गाय को खाली रोटी ना देकर गुड़ के साथ रोटी खिलाने से देवता प्रसन्न होते हैं जिस घर में गाय को पहली रोटी खिलाई जाती है उस घर के सदस्य हमेशा सुख समृद्धि को प्राप्त करते हैं।