आरोपी सोनू बोला-मैं उसे मारना नहीं चाहता था
अथाह सवांददाता
गाजियाबाद। साहिबाबाद क्षेत्र से 1 दिसंबर को अगवा हुई 5 वर्षीय मासूम बच्ची की रेप के बाद हत्या के मामले का पुलिस ने एक सप्ताह में राजफाश करते हुए दरिंदे को गिरफ्तार कर लिया। आकर दी गई थी। पकड़े गए 20 वर्षीय सोनू गुप्ता ने घटना का इकबाल ए जुर्म स्वीकार किया है। सोनू मजदूर है और किसी लड़की का पीछा करते हुए सिटी फोरेस्ट पार्क में पहुंच गया। वहां उसको एक मासूम बच्ची खेलती मिल गई। वो उसको साथ ले गया था।
पुलिस कस्टडी में सोनू ने कहा कि लड़की मुझे पसंद आ गई थी।
डीसीपी ट्रांस हिंडन दीक्षा शर्मा ने बताया
साहिबाबाद इलाके के सिटी फॉरेस्ट इलाके में कच्ची कॉलोनियां हैं। यहां एक राजमिस्त्री का परिवार रहता है। इस परिवार की 5 वर्षीय बेटी एक दिसंबर को घर के बाहर खेल रही थी। अचानक वो संदिग्ध परिस्थिति में लापता हो गई। 2 दिसंबर को उसकी लाश घर से कुछ दूर पड़ी मिली। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि हुई थी।
15 टीमों का गठन, 150 लोगों से पूछताछ
पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। डीसीपी दीक्षा शर्मा ने बताया, इस केस में हमने 10-15 टीमों का गठन किया था। करीब 150 लोगों से पूछताछ हुई। 100 से ज्यादा CCTV कैमरे खंगाले। आखिरकार संदिग्ध आरोपी एक कैमरे में कैद हुआ। इसके बाद जब हमने पार्क के बाहर आसपास करीब एक किलोमीटर एरिया के कैमरों की फुटेज देखी तो उसी संदिग्ध आरोपी का स्पष्ट चेहरा दिख गया। इसके बाद पुलिस टीमों को मैनुअली तरीके से सीसीटीवी कैमरे का फोटो निकालकर क्षेत्र में लगाया गया। आखिरकार घटनास्थल से करीब साढ़े तीन किलोमीटर दूर रहने वाले आरोपी को बुधवार को दबोच लिया गया। घर से खून सने कपड़े बरामद पकड़ा गया आरोपी 20 वर्षीय सोनू गुप्ता है। वो पेशे से मजदूर है और नंदग्राम थाना क्षेत्र में 40 फुटा आश्रम रोड ब्रजनगरी का रहने वाला है। पूछताछ में सोनू ने बताया, वो एक लड़की का पीछा करते हुए सिटी फॉरेस्ट पार्क में पहुंचा था। वहां उसकी नजर घर के बाहर खेल रही इस बच्ची पर पड़ गई। बदनीयती से वो उसका मुंह दबाकर जंगल में ले गया।
बांस के झुंड में बलात्कार किया और फिर रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी से सिटी फॉरेस्ट पार्क की एंट्री रसीद और उस दिन पहने हुए कपड़े बरामद किए हैं। इन कपड़ों पर बच्ची के खून के निशान मौजूद हैं। पुलिस का कहना है कि सोनू नशे की प्रवृत्ति का नहीं है। इसने पूरे होशो-हवास में इस वारदात को अंजाम दिया था।