विशेष संवाददाता
गाजियाबाद। दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस वे (डीएमई) की खामियां भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के नियंत्रण कक्ष में बैठकर उजागर की गई। विभिन्न मुद्दों पर प्राधिकरण के अधिकारियों ने कमियां मानते हुए उन्हें दूर करने का आश्वासन दिया।
बता दें कि पिछले दिनों नगर निगम पार्षद एसके माहेश्वरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस वे की कमियां उजागर की थी। इसके बाद हरकत में आये एनएचएआई के अधिकारियों ने जवाब दिया था।
मामले के तूल पकड़ने के बाद मंगलवार को एनएचएआई के महाप्रबंधक मुदित गर्ग ने एसके माहेश्वरी को निजामुद्दीन स्थित नियंत्रण कक्ष में आमंत्रित किया था। इसके बाद नियंत्रण कक्ष में ही सड़कों की स्थिति को देखा गया। इस दौरान माहेश्वरी ने बताया कि डीएमई में जहां पर दूसरी सड़क का मिलान हो रहा है वह गलत है। इसके साथ ही बताया गया कि निजामुद्दीन टी प्वाइंट पर भी खामियां है।
इसके साथ ही सड़क पर मार्किंग भी गलत बताई गई। इतना ही नहीं आईपी इस्टेट पर इंट्री एवं एग्जिट दोनों गलत है। गाजीपुर समेत अन्य स्थानों पर इंटरलाकिंग टाइल्स गलत लगाई गई है। इन स्थानों पर हरियाली होनी चाहिये। इन सभी को सुझावों को महाप्रबंधक एनएचएआई ने स्वीकार किया एवं सुधार का भरोसा दिलाया।
लेकिन जिस सड़क की गुणवत्ता खराब है उसके संबंध में एनएचएआई ने बताया कि यहां पर निर्माण कार्य चल रहा है। इस कारण कुछ दिक्कत है। काम जब पूरा होगा उस समय यह परेशानी नहीं होगी। एसके माहेश्वरी ने सड़क पर एनएचएआई के अधिकारियों को ले जाकर वहां की स्थिति एवं कमियां अधिकारियों को बताई।