मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रबुद्धवर्ग सम्मेलन को किया संबोधित
मुख्यमंत्री ने गाजियाबाद वासियोें को दी 878 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात
विकास परियोजनाओं का बटन दबाकर किया लोकार्पण एवं शिलान्यास
पश्चिम यूपी की कावड़ यात्रा के रूप में सुरक्षा का माहौल व आस्था का बेहतर समन्वय
विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को दी चाबी व चेक
अथाह टीम
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश में माफियाओं एवं अपराधियों का राज था। अब अपराध मुक्त उत्तर प्रदेश का सपना साकार हो रहा है। उन्होंने गाजियाबाद जिले कारे 878 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात दी तथा बटन दबाकर योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को कविनगर स्थित रामलीला मैदान में प्रबुद्धजन वर्ग सम्मेलन को सम्बोधित करने के साथ ही विकास योजनाओं की सौगात देने आये थे। उन्होंने गाजियाबाद जिले के प्रबुद्धजनों- उद्योगपतियों, व्यापारियों, चिकित्सकों, अधिवक्ताओं, शिक्षकों व युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि गाजियाबाद जिले में विकास की अपार सम्भावनाएं हैं, जिन्हें प्रदेश सरकार ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन की शुरूआत बाबा दूधेश्वरनाथ की धरा को नमन करते हुए की। उन्होंने कहा कि यहां की देवतुल्य जनता ने आठ माह पहले हुए विधानसभा चुनाव में सभी विधानसभा सीटों पर कमल खिलाने का काम किया है, उनका मैं आभार व्यक्त करता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश निरंतर प्रगति के पथ पर है। मुझे खुशी है कि गाजियाबाद ने स्वच्छता के मामले में प्रदेश में नंबर वन और देश में 12वां स्थान प्राप्त किया है। 2017 से पहले गाजियाबाद की स्थिति क्या थी, प्रदेश के सबसे गंदे शहरों में गाजियाबाद जाना जाता था, यहां की अपनी कोई ऐसी पहचान नहीं थी कि यहां कोई निवेशक आकर व्यापार कर सके। लेकिन आज गाजियाबाद का नाम स्वच्छता के मामले में प्रदेश और देश में चमक रहा है। उन्होंने कहा स्वच्छता अभियान में जनता भी पूरे मनोयोग से जुड़ी तो जनप्रतिनिधियों ने भी अच्छा कार्य करके दिखाया। आज गाजियाबाद नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। देश का 12 लेन का हाईवे गाजियाबाद को जोड़ते हुए निकलता है। देश की पहली रैपिड रेल अगले वर्ष प्रारंभ होने जा रही है जो गाजियाबाद से होकर जा रही है। गाजियाबाद के पास अपना एयरपोर्ट है, बेहतरीन कनेक्टीविटी है। आज इसी व्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए मैं स्वयं अपने जनप्रतिनिधियों के साथ 878 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात गाजियाबाद जिले को देने आया हूं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं 20 वर्ष सांसद रहा, दिल्ली जाते समय गाजियाबाद से गुजरना होता था, लेकिन आपको बता दूं कि 2017 से पहले मुझे गाजियाबाद से गुजरने में डर लगता था। गुंडे, माफिया व जंगलराज कायम जो था। आज आप लोगों के बीच पहुंचने से पहले लखनऊ से चलकर दिल्ली आया। 12 फरवरी, 2023 को प्रदेश के अंदर आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट कर्टनर रेजर का शुभारंभ किया। इसके प्रति लोगों में इतना आकर्षण है, आप सोचिए 20 देशों के राजदूतों के साथ उन देशों के प्रतिनिधियों ने इस कार्यक्रम में भागेदारी की और उत्तर प्रदेश में आयोजित होने वाले ग्लोबल समिट में आने की न केवल इच्छा व्यक्त की बल्कि कहा कि वे उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए अपने देशों के निवेशकों को भेजना चाहते हैं। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में आज उत्तर प्रदेश निवेश का अच्छा गंतव्य बना है।
मुख्यमंत्री ने कहा ईज आँफ डूइंग बिजनेस के चलते दुनिया का हर निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश करना चाहता है, क्योंकि प्रदेश सरकार द्वारा अपराध व अपराधियों के प्रति जीरो टोलरेंस, भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारियों के प्रति जीरो टोलरेंस की जो नीति अपनाई गई है। 2017 से पहले प्रदेश व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपराधी संगठित अपराध करते थे जिसके कारण निवेशक आने से डरते थे, लेकिन आज अपराधी प्रदेश से पलायन कर रहे हैं और जो व्यापारी पलायन कर गए थे वे वापस आकर प्रदेश में व्यापार कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश अनंत अपार संभावनाओं का प्रदेश है। हमारे पास दुनिया का सबसे जुझारू, प्रतिभाशाली व ऊजार्वान युवा है। प्रदेश सरकार युवाओं को मौका दे रही है जिससे प्रदेश के विकास को गति मिली है। आज उत्तर प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है, यह प्रदेश की नई तस्वीर देश के सामने प्रस्तुत करती है।
उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार है, स्थानीय निकाय एवं पंचायतराज व्यवस्था में जब समान विचारधाराओं के लोग होते हैं तो विकास तेजी के साथ कई गुणा आगे बढ़ता है। बुलेट ट्रेन की स्पीड से विकास दिखता है, बुलेट ट्रेन की स्पीड बनाने के लिए आप सबका सहयोग जरूरी है। उत्तर प्रदेश में देश ही नहीं विदेशों से निवेशक आएं, इससे उनकी पूंजी भी सुरक्षित रहेगी और हमारी नीतियों का लाभ भी मिलेगा। इतना ही नहीं प्रदेश के युवाओं को भी रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने जो नीति बनाई हैं उससे प्रदेश में उद्योग, व्यापार का माहौल बना है। उन्होंने उत्तर प्रदेश व खासकर वेस्ट यूपी के उन निवेशकों का आह्वान किया जिन्होंने कहीं और निवेश कर रखा है, उन्होंने कहा कि वे उत्तर प्रदेश में आएं और यहां निवेश करें, उन्हें जहां सुरक्षा का माहौल मिलेगा वहीं उनकी पूंजी भी सुरक्षित रहेगी। देश की सबसे अच्छी औद्योगिक, स्टार्टअप, टैक्सटाइल, सौलर एनर्जी समेत 25 सेक्टर की नीतियों पर प्रदेश सरकार काम कर रही है यदि कोई शिक्षण संस्थान, चिकित्सालय, बारातघर, कन्वेंशन सेंटर व छोटे उद्यम लगाता है तो वह भी हमारे लिए निवेश है। स्मार्ट सिटी के रूप में प्रदेश के दस शहरों का चयन हुआ, सात नगर निगमों को स्टेट स्मार्ट सिटी मिशन के तहत काम किया जा रहा है। गाजियाबाद नगर निगम के अंर्तगत 20 हजार गरीबों को आवास की सुविधा उपलब्ध कराई गई। अमृत योजना के तहत हर घर नल की योजना को साकार किया जा रहा है।
कांवड़ यात्रा का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा पश्चिमी यूपी की कांवड़ यात्रा के रूप में सुरक्षा का माहौल व आस्था का बेहतर समन्वय देखा जा सकता है। उन्होंने प्रबुद्धजनों का आह्वान किया जिस तरह उन्होंने पूर्व में केन्द्र एवं प्रदेश सरकार को अपना सहयोग दिया है उसी तरह वह अपना सहयोग आगे भी देते रहें ताकि बेहतर माहौल बना रहे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कावड़ यात्रा कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर नगर विकास एवं औद्योगिक विकास विभाग की प्रगति तथा योजनाओं से संबंधित दो लघु फिल्मों का प्रदर्शन भी किया गया।
इस अवसर पर प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनिवाल, केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह, राज्य मंत्री नरेंद्र कश्यप, सांसद राज्यसभा अनिल अग्रवाल, कांता कर्दम, महापौर आशा शर्मा, विधायक सुनील शर्मा, अतुल गर्ग, अजीत पाल त्यागी, नंद किशोर गुर्जर, डा. मंजू शिवाच, धर्मेश तोमर, एमएलसी दिनेश गोयल, धर्मेंद्र भारद्वाज, जिला पंचायत अध्यक्ष ममता त्यागी, महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा, जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल, डीएम राकेश कुमार सिंह, एसएसपी मुनिराज जी, सीडीओ आदित्य विक्रम सिंह, एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास सहित अन्य जनप्रतिनिधिग एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।