Dainik Athah

आवंटी अपनी मेल के माध्यम से भी हासिल कर सकेंगे आवंटन लेटर: अतुल वत्स

  • जीडीए उपाध्यक्ष की अनुपम पहल ‘पहल’ पोर्टल की नयी व्यवस्था से आवंटियों को मिलेगी राहत
  • नई व्यवस्था के बाद फर्जी आवंटन लेटर की सभावना होगी शून्य: जीडीए उपाध्यक्ष

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद।
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स समय समय पर आम जनता के लिए नयी पहल करते हैं। उनके द्वारा की जा रही हर पहल से आम जनता लाभान्वित होती है। जीडीए उपाध्यक्ष के निर्देश पर प्रारंभ किये गये ‘पहल पोर्टल’ के माध्यम से अब आवंटी घर बैठे ई मेल के माध्यम से भी न केवल आवंटन पत्र हासिल कर सकेंगे, बल्कि अपनी संपत्ति का म्यूटेशन पत्र भी प्राप्त कर सकेंगे। इस नयी पहल के बाद आवंटन पत्र एवं म्यूटेशन पत्र के लिए लोगों को प्राधिकरण में बाबुओं के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। प्राधिकरण उपाध्यक्ष का कहना है कि आवंटी को प्राधिकरण के चक्कर न लगाने पड़े और व्यवस्था पारदर्शी हो इसके लिए यह व्यवस्था की गई है।

इस कड़ी में मंगलवार को एक आवंटी को उसकी मेल पर आवंटन पत्र उपलब्ध कराया गया, जो काफी हद तक कामयाब रहा। इसके लिए आवंटी को आवेदन के दौरान अपने मोबाइल नबर के साथ मेल का भी उल्लेख करना होगा। इसके लिए आवटी को केवल पोर्टल के लिंक पर आवेदन करना होगा। चूंकि जीडीए के द्वारा आवंटन पत्र आदि जारी किया जाता है उस पर क्यूआर कोड होता है। प्राधिकरण की टीम व अन्य कोई भी जेनेरेटेड पत्र की प्रमाणिकता की भी जांच कर सकता है कि आवंटन पत्र उसी आवंटी का है। इस व्यवस्था के बाद फर्जी आवंटन लेटर भी भविष्य में जारी नहीं कराया जा सकेगा।

इसके साथ ही आवंटी के द्वारा घर बैठे यह भी जानकारी हासिल की जा सकेगी कि उनके द्वारा प्राधिकरण से जो भवन अथवा भूखंड आवंटित कराया गया है उसके एवज में कितनी राशि बकाया है तथा किस तारीख में इस राशि का भुगतान किया जाना है, बल्कि चालान के माध्यम से जो राशि जमा की जा सकती है, उसकी स्थिति भी घर बैठे प्राप्त की जा सकेगी।

प्राधिकरण के अपर सचिव प्रदीप कुमार सिह ने बताया कि अक्सर शिकायते रहती थी कि आवंटी को छोटे छोटे कार्य के लिए प्राधिकरण में एक सीट से दूसरी सीट पर भटकना पड़ता है अब पहल के माध्यम इन सभी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। पहल पोर्टल की समीक्षा व इसके बारे मे हर पटल पर बैठकर अपर सचिव व अन्य अधिकारियों द्वारा सभी कर्मचारियों से उसका फीडबैक लिया जा रहा है।

नई व्यवस्था लागू करने का उद्देश्य पारदर्शी व्यवस्था बनाना है, ताकि आवंटी को छोटे छोटे कामों के लिए अपने व्यस्त समय में से प्राधिकरण के चक्कर न लगाने पड़े तथा वह अपने समय का सदुपयोग कर सके। उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था का आवंटियों को बेहतर लाभ प्राप्त हो इस दिशा में हर संभव कदम उठाए जा रहे है।
अतुल वत्स
उपाध्यक्ष, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *