वर्ष 2023-24 के खेलो इंडिया नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स उत्तर प्रदेश में होंगे
डा. नवनीत सहगल के समक्ष खेलो इण्डिया के प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश में नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स के आयोजन हेतु दिया प्रस्तुतिकरण
नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन प्रदेश के चार जिलों लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी तथा नोएडा में होंगे
नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स में पूरे देश से लगभग 150 यूनिवर्सिटी के करीब 4500 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, वूमेन्स गेम्स पर विशेष रहेगा फोकस: डा. नवनीत सहगल
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। वर्ष 2023-24 में आयोजित होने वाले खेलो इंडिया नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स उत्तर प्रदेश में होंगे। उड़ीसा और कर्नाटक के बाद उत्तर प्रदेश को नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स की मेजबानी करने का मौका मिला है। बुधवार को बापू भवन में अपर मुख्य सचिव खेल डा. नवनीत सहगल के समक्ष खेलो इंडिया के प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश में नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स के आयोजन हेतु प्रस्तुतिकरण दिया।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन प्रदेश के चार जिलों लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी तथा नोएडा में होंगे। इसमें रोईंग, बास्केटबाल, जूडो, कबड्डी, कुश्ती, स्वीमिंग, बाक्सिंग सहित लगभग 20 खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। इन खेलों में पूरे देश से लगभग 150 यूनिवर्सिटी के करीब 4500 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। उन्होंने बताया कि नोएडा में कबड्डी, जूडो, आर्चरी, तथा फेंसिंग का आयोजन होगा। गोरखपुर में रोईंग तथा वाराणसी में रेसलिंग, मलखम तथा योगा से संबंधित खेल प्रतियोगिताएं आयोजित कराई जायेंगी। अन्य प्रतियोगिताएं लखनऊ में होंगी।
डा. सहगल ने बताया कि नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स में अंडर-26 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। वूमेन्स गेम्स पर विशेष फोकस रहेगा। प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को उच्च कोटि की सुविधाएं मुहैया कराई जायेंगी। नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स की भव्य ओपनिंग एवं क्लोजिंग सेरेमनी होगी। जिससे पूरे देश में खेल के प्रति अच्छा संदेश जायेगा। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी गेम्स के आयोजन से विश्वविद्यालयों में खेल का मौहाल बनेगा और यहां के खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर खिलाड़ी बनने का अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी में गेम्स आयोजन से विद्यार्थियों के साथ अध्यापक भी खेल से जुड़ेंगे और विश्वविद्यालय में खेल का एक नया इकोसिस्टम तैयार होगा। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की प्रतिस्पधार्ओं के आयोजन से प्रदेश में खेल संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा।