जनसंख्या नियंत्रण कानून वर्तमान हालातों को देखते हुए अत्यंत आवश्यक हो गया है। यदि राष्ट्र को आगे बढ़ाना है तो जनसंख्या नियंत्रण कानून के लिए भी कदम आगे बढ़ाने होंगे।
भाजपा से राज्यसभा सदस्य डॉ अनिल अग्रवाल ने जिस प्रकार प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की मांग की है उनका यह कदम स्वागत योग्य है।
जनसंख्या नियंत्रण कानून वर्तमान हालातों को देखते हुए अत्यंत आवश्यक हो गया है। यदि राष्ट्र को आगे बढ़ाना है तो जनसंख्या नियंत्रण कानून के लिए भी कदम आगे बढ़ाने होंगे। भाजपा से राज्यसभा सदस्य डॉ अनिल अग्रवाल ने जिस प्रकार प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की मांग की है उनका यह कदम स्वागत योग्य है।
डॉ. अनिल अग्रवाल मूल रूप से राजनीतिक नहीं है। वे मूलरूप से इंजीनियर है बाद में शिक्षा क्षेत्र के माध्यम से राजनीति में आए और उन्होंने भाजपा के जरिए उच्च सदन तक का सफर तय किया। उनके संबंध में यह भी कहा जा सकता है कि वह पार्टी लाइन पर चलकर जनसंख्या नियंत्रण कानून का मुद्दा उठा रहे हैं। यदि वह पार्टी लाइन या पार्टी नेतृत्व के अनुसार भी यह मुद्दा उठा रहे हैं तो उनको साधुवाद दिया जाना चाहिए जनसंख्या भारत की बहुत बड़ी समस्या है।
यदि देखा जाए वह दिन तय किया जाए तो जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाकर राष्ट्र को अनेक समस्याओं से छुटकारा दिलाया जा सकता है । अपने आप को धर्म निरपेक्ष कहने वाले कुछ दल निश्चित ही अपने वोट बैंक के लिए हर स्तर पर इस कानून का विरोध करेंगे लेकिन जिस प्रकार कश्मीर से लेकर राम मंदिर तक के मुद्दे इस सरकार ने हल किए हैं।
उसे देखते हुए आम जनमानस की भावना तो यही कहती है कि अबकी बार जनसंख्या नियंत्रण कानून बनना ही चाहिए यदि यह कानून बन जाता है तो देश हित में होगा, समाज हित में होगा, परिवार हित में होगा और तो और बेरोजगारी जैसे मुद्दों से भी सरकार निजात पा सकेगी। यदि राज्यसभा सदस्य अनिल अग्रवाल ने यह मुद्दा उठाया है तो इसकी गूंज कश्मीर से कन्याकुमारी तक होनी चाहिए।