पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। इसके साथ ही स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश में हर घर पर तिरंगा लगाने का अभियान भी चल रहा है। इस अभियान के लिए अपील की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने। मोदी की अपील के बाद भाजपा संगठन तो पूरे जोर शोर से तिरंगा सप्ताह मनाने की तैयारियों में जुटा है। पूरा सरकारी अमला भी तिरंगा सप्ताह को यादगार बनाने के लिए दिन-रात एक किये हैं। यह पहली बार हुआ कि यूपी में सबसे बड़े विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी सभी कार्यकर्ताओं से तिरंगा सप्ताह मनाने की अपील की है। यह कदम स्वागत योग्य है। पहली बार ऐसा लगा कि तिरंगे के सम्मान में भाजपा- सपा में आगे निकलने की होड़ है। ऐसी स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा होनी देश हित में है। लेकिन शुक्रवार को समाजवादी नेता जनेश्वर मिश्र की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव के एक बयान ने सारा उत्साह फीका कर दिया। उन्होंने आशंका जताई कि तिरंगा यात्रा के दौरान भाजपा दंगा भी करवा सकती है। आखिर खुशी के इस मौके पर इस प्रकार का सपा मुखिया का बयान समझ से परे है। हां पिछले कुछ समय ऐसा हुआ है जब राष्टÑ विरोधी तत्वों ने तिरंगा यात्रा में खलल डाला और रंग में भंग पड़ गया। जब अखिलेश यादव ने यह बयान दिया तो जवाबी हमला तो होना ही था। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इसको लेकर अखिलेश यादव पर जवाबी हमला बोल दिया। आने वाले दिनों में तिरंगे को लेकर वार- पलटवार की राजनीति होनी निश्चित है। जब पूरा देश तिरंगा सप्ताह मनाने को तैयार बैठा है। खुद अखिलेश यादव ने भी कार्यकर्ताओं से तिरंगा हर घर पर लगवाने की अपील की, इसके बावजूद उनका इस प्रकार का बयान समझ से परे है। तिरंगा भारत की आन- बान- शान है। स्वतंत्र दिवस एवं आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान इस प्रकार के बयान से परहेज आवश्यक है।
Manthan….. मंथन….. Manthan…..
