भाजपा एमएलसी श्रीचंद के पुत्र से विवाद में
व्यापारी के परिवार ने पुलिस पर लगाया एकतरफा कार्रवाई का आरोप
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। व्यापारी नेता सुभाष छाबड़ा और भाजपा एमएलसी श्रीचंद शर्मा के बीच 4 महीने पहले हुए विवाद ने आज नया मोड़ ले लिया। प्रदेश में भाजपा की सत्ता आते ही कोतवाली पुलिस ने व्यापारी नेता सुभाष छाबड़ा के पुत्र प्रमोद उर्फ राजू छाबड़ा को एकाएक रविवार को गिरफ्तार कर लिया और आनन-फानन में जेल भेज दिया। पुलिस की इस एकतरफा कार्रवाई पर व्यापारी नेता के परिवार ने उंगली उठाते हुए पुलिस को कटघरे में खड़ा किया है।
कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक अमित नवसारी के नेतृत्व में उप निरीक्षक सुरेंद्र सिंह व अन्य टीम ने रविवार को प्रमोद उर्फ राजू छाबड़ा पुत्र सुभाष छाबड़ा निवासी तुराब नगर को धारा 147, 323, 504, 506, 352, 427, 326 आईपीसी के तहत गिरफ्तार कर लिया। आपको बता दें कि 6 दिसंबर को भाजपा एमएलसी श्री चंद्र शर्मा का पुत्र अविनाश शर्मा अपने साथी जितेंद्र कुमार और संजय शर्मा के साथ तुरब नगर स्थित मार्केट में आया हुआ था। वहीं पर उनका विवाद व्यापारी नेता सुभाष छाबड़ा के परिवार से हुआ।
इसी विवाद में श्रीचंद शर्मा के बेटे की ओर से कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिसमें उन्होंने राजू छाबड़ा और सुभाष छाबड़ा पर एक राय होकर मारपीट करने जान से मारने की धमकी देने स्कॉर्पियो गाड़ी को क्षतिग्रस्त करने और 50 ग्राम सोने की चैन और गाड़ी में रखें ₹5 लाख लूटने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में व्यापारी नेता की ओर से भी पुलिस को शिकायत दी गई लेकिन कोतवाली पुलिस द्वारा उनकी शिकायत के संबंध में कोई भी एफआईआर दर्ज नहीं की गई।व्यापारी नेता सुभाष छाबड़ा का आरोप था कि एमएलसी पुत्र अविनाश शर्मा अपने साथियों के साथ सड़क पर खड़े होकर आती-जाती महिलाओं को छेड़ रहा था और यही हरकत उसने उनकी पुत्री के साथ भी की। जिसके संबंध में पुलिस ने कोई एफ आई आर दर्ज नहीं की और रविवार को एकतरफा कार्रवाई करते हुए राजू छावड़ा को गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले में कोतवाली पुलिस ने एक प्रेस नोट जारी करते हुए राजू छाबड़ा के अपराधिक इतिहास का भी जिक्र किया है। जिसमें उस पर 2019 के एक लूट के मुकदमे और साल 2008 में हत्या और हत्या के प्रयास के मामले का भी खुलासा किया है। इस मामले में पुलिस द्वारा जिस तरह से आनन-फानन में कार्रवाई की गई है, उससे चिराग नगर के व्यापारियों में रोष व्याप्त है।