… आखिर दोनों प्रतिनिधियों ने डूबा दी मंत्रीजी की नैया
गाजियाबाद जिले से पांच विधायक उत्तर प्रदेश विधानसभा पहुंचे हैं, लेकिन स्मार्ट किसी भी विधायक को मंत्री बनने का सौभाग्य प्राप्त नहीं हुआ। हालांकि इससे पहले भी फूल वाली पार्टी की पांच विधायक ही सदन में पहुंचे थे और शहर से एक विधायक को मंत्री बनाया गया। लेकिन दूसरी बार के लिए वह अपना मंत्री पद बचाकर नहीं रख सके। इसके पीछे दरबारी लाल को सबसे बड़ा कारण बताया जा रहा है पूर्व मंत्री के प्रतिनिधियों का। दरअसल इन दोनों प्रतिनिधियों की वजह से संगठन में ही नहीं बल्कि प्रदेश स्तर पर मंत्री की खूब छीछालेदर हुई और तमाम विरोध के बावजूद वह एक बार फिर विधायक बनने में भी कामयाब रहे। लेकिन पुरानी छवि की वजह से दोनों प्रतिनिधियों की वजह से उनका मंत्री पद जरूर छीन गया।
खुशी का इजहार करें या विधायक के सामने…
गाजियाबाद के भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए लखनऊ में शपथ ग्रहण समारोह किसी वनडे मैच से कम नहीं था। शुक्रवार को जैसे जैसे दिन बीता जाता था वैसे वैसे विधायकों के समर्थकों की दिल की धड़कन भी बढ़ती जा रही थी। मुख्यमंत्री योगी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए गाजियाबाद से हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता एवं विधायकों के समर्थक लखनऊ पहुंचे थे। शुक्रवार को दिन भर संपर्क सूत्रों और विधायकों को फोन कर कर कर समर्थक पता लगाते रहेगी गाजियाबाद से किसका नंबर आया कौन सा विधायक बन रहा है मंत्री किंतु गाजियाबाद के कार्यकर्ताओं और विधायकों के समर्थकों को निराशा हासिल हुई क्योंकि एक भी गाजियाबाद के जनप्रतिनिधि को मंत्रिमंडल में स्थान ही नहीं मिला। यह कार्यकर्ता गाजियाबाद से लखनऊ जिंदाबाद के नारे लगाते हुए गए थे किंतु कार्यक्रम स्थल पर मोदी योगी के तो नारे लगाए पर अपने गाजियाबाद के नेताओं के नारे नहीं लगा पाए। अब इन कार्यकर्ताओं के साथ दुविधा यह थी प्रदेश में सरकार बनने की खुशी का इजहार करें किया अपने विधायकों के सामने निराशा व्यक्त करें।