लोकतांत्रिक जनता दल का राष्ट्रीय जनता दल में विलय
अथाह ब्यूरो
नयी दिल्ली। वरिष्ठ समाजवादी नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री शरद यादव ने कहा कि देश में लोकतंत्र खतरे में है। इसलिए विपक्षी दलों की एकजुटता जरूरी है। हमने इस दिशा में कदम बढ़ा दिया है। वह रविवार को अपने आवास पर लोकतांत्रिक जनता दल के राष्ट्रीय जनता दल में विलय के अवसर पर उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि देश बुरे दौर से गुजर रहा है। हिन्दू और मुसलमान के विवाद में इंसान गायब हो गया है। महंगाई चरम पर है, बेरोजगारी का बोलबाला है और केन्द्र की सरकार संवैधानिक संस्थाओं को कुचलने में लगी है। उत्तर प्रदेश का चुनाव परिणाम विपक्ष के लिए एक सबक है। उन्होंने कहा कि फिलहाल जरूरत विपक्ष की एकजुटता का है। नेता कौन होगा मिल-बैठकर तय कर लिया जाएगा। जरूरत पड़ी तो वह अखिलेश यादव से भी बात करेंगे।
इस अवसर पर बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि शरद जी मेरे अभिभावक हैं। दोनों दलों का विलय समय की मांग और जनता की पुकार थी। देश में भाईचारा खतरे में है, नफरत परोसा जा रहा है। शरद जी की कोशिश सबको जोड़ने की है।
विलय सम्मेलन को राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानन्द तिवारी, प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी, पूर्व मंत्री श्याम रजक, सांसद मनोज झा, जावेद रजा, सुशीला मोरारे, पूर्व मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव, मनमोहन अग्रवाल, रामनिवास यादव, अब्दुल सत्तार और गोविन्द सिंह यादव ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर राज्यसभा के सांसद प्रेमचंद गुप्ता, मीसा भारती, अमरेन्द्रधारी सिंह, छोटूभाई बसावा समेत देश भर से समाजवादी विचारधारा के चुनिन्दा लोग मौजूद थे।