… जिस सीट पर सभी गाजियाबादी पहुंचे वहां तो हार ही मिली
दो दिन पहले की बात है फूल वाली पार्टी के कई वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित थे। इसी दौरान डिप्टी सीएम केशव मौर्य की सिराथू से हार की चर्चा चली। इसी दौरान एक वरिष्ठ पदाधिकारी कहने लगे भाई साहब यह इतिहास है कि जब गाजियाबाद के सभी कार्यकर्ता एक ही सीट पर चेहरा दिखाने के लिए पहुंच जायेंगे तब ऐसा ही होता है। यह सुनकर दरबारी लाल की उत्सुकता जगी। दरबारी लाल ने पूछा कि यह कैसे ? फिर उन वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कैराना को ही देख लीजिये। उप चुनाव में गाजियाबाद भाजपा के सभी कार्यकर्ता कैराना पहुंच गये। लेकिन भाजपा सीट जीत नहीं पाई। जब सभी गाजियाबादी एक ही जगह पर एकत्र हो जाते हैं तो परिणाम ऐसे ही आते हैं। जब भी सभी एक साथ, एक जगह पहुंंचेंगे तो ऐसा ही होगा। आगे भी कभी मौका लगे तो देख लीजियेगा। उनकी बात सुनकर अन्य ने भी हां में सिर झुकाया।
शिकायत करने का घाटे हो ना हो फायदा जरूर…
विधानसभा चुनाव समाप्त होते ही एक पार्षद आजकल चचार्ओं में है। ऐसे ही एक पार्षद एक समारोह के दौरान दूसरे पार्षद से बात कर रहे थे तो देश की सबसे बड़ी पार्टी के पार्षद से देश की सबसे पुरानी पार्टी के पार्षद ने चर्चा करते हुए कहा कि सुना है आपकी शिकायत की गई थी। उस पर देश की सबसे बड़ी पार्टी के पार्षद ने कहा अब मुझे इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि शिकायत होने पर भी तो व्यक्ति का वजूद बनता है साथ ही सामने वाला व्यक्ति भले ही पहले ना जानता हो मगर शिकायत के बाद जब पार्टी के बड़े पदाधिकारी या मंत्री से मिलते हैं तो वे चेहरा देख कर कहते अच्छा आप हैं जिसकी शिकायत की गई थी! उन्होंने कहा कि शिकायत करने का घाटा हो या ना हो फायदा जरूर है कि लोग जानने लग जाते हैं। अब आप इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं यदि सत्ता दल के पार्षद शिकायत को अपनी उपलब्धि मानते हैं तो उनकी गलतियों का सुधार कौन करेगा।
…दरबारीलाल
RaagDarbari….. Darbarilal….. Raagdarbari…..