यूपी में सरकार गठन की तैयारी शुरू
अथाह ब्यूरो,
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का परिणाम घोषित होने के बाद आचार संहिता समाप्त हो गई है। उत्तर प्रदेश में दोबारा सरकार बनाने का मौका मिलने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार शाम को पांच बजे अपने सरकारी आवास पर कैबिनेट की बैठक बुलाई। सीएम योगी ने पिछले कार्यकाल की यह आखिरी कैबिनेट बैठक की है। एक बार फिर से यूपी की सत्ता संभालने जा रहे सीएम योगी इस्तीफा देने के लिए लखनऊ स्थित राजभवन पहुंचे और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इस्तीफा देने के बाद सीएम योगी अब शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी में जुट गए हैं। योगी आदित्यनाथ कैबिनट के अन्य सहयोगियों के साथ होली से पहले 15 मार्च को पद एवं गोपनीयता की शपथ ले सकते हैं।
चुनाव आयोग के मुताबिक, यूपी की 403 विधानसभा सीटों पर भाजपा ने अकेले 255 सीटों पर जीत दर्ज की है। यूपी विधानसभा में साधारण बहुमत के लिए 202 सीटों की जरूरत होती है, जिसे भाजपा ने आसानी से हासिल कर लिया। इसी के साथ बीजेपी यूपी में एक बार फिर सत्ता पर काबिज हो गई। आपको बता दें कि बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाम को अपने सरकारी आवास, पांच कालीदास मार्ग पर होने वाली कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में उत्तर प्रदेश विधानसभा भंग करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। सीएम योगी आदित्यनाथ इस बैठक में विधानसभा भंग होने के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद देर शाम को राजभवन जाकर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को अपना इस्तीफा सौंपा।
आपको ये भी बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में भाजपा दोबारा सरकार बनाने में तो सफल रही, लेकिन उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सहित ग्यारह मंत्री चुनाव हार गए। अब नई सरकार में नए सिरे से मंत्रिमंडल का गठन होना है। तय है कि अब मंत्रिमंडल के सहारे भाजपा 2024 के लिए रणनीति की चौसर सजाएगी। क्षेत्रीय-जातीय संतुलन साधते हुए न सिर्फ हारे मंत्रियों के स्थान पर भरपाई नए विधायकों से की जाएगी, बल्कि फिर से दो उपमुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं, जिसके लिए विभिन्न समीकरण पूरे करते हुए प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और आगरा ग्रामीण से विधायक चुनी गईं पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य की दावेदारी प्रबल मानी जा रही है।