Dainik Athah

अल्ट सेंटर को बीएसएनएल से छिनने के विरोध में उतरें इंजीनियर

–    एएलटीटीसी भवन दूरसंचार विभाग का हो गया

–    बीएसएनएल को 45 दिन में देना होगा हैंडओवर

–    81 एकड़ में फैले परिसर को एनटीआइपीआरआइटी को देने के आदेश

अथाह संवाददाता

गाजियाबाद। कमला नेहरूनगर स्थित एएलटीटीसी (एडवांस लेवल टेलिकाम ट्रेनिग सेंटर) भवन संसाधन व जमीन समेत अब संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग का हो गया है। दूरसंचार विभाग के निदेशक (संपत्ति प्रबंधन) श्रीराम ने प्रेजिडेंशियल आर्डर जारी कर कहा कि 81 एकड़ का यह परिसर दूरसंचार विभाग के एनटीआइपीआरआइटी (नेशनल टेलिकम्युनिकेशन इंस्टीट्यूट फार पालिसी रिसर्च, इनोवेशन एंड ट्रेनिग) को दिया जाता है। ईआरपी (एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिग) सेंटर और सैटेलाइट अर्थ स्टेशन पूर्व की तरह कार्यरत रहेंगे। साथ ही कहा गया है कि एनटीपीआरआइटी अपने साथ बीएसएनएल के भी प्रशिक्षण कोर्स कराएगा।

बीएसएनएल (भारत संचार निगम लिमिटेड) को 45 दिन में हैंडओवर देकर यहां से अपनी सभी गतिविधियां शिफ्ट करनी होंगी। बीएसएनएल के कर्मचारियों ने मंगलवार को इस फैसले के विरोध में प्रदर्शन कर आदेश को निरस्त करने की मांग की। आल इंडिया टेलिकाम एग्जेक्यूटिव्स एंड इंजीनियर्स एसोसिएशन ने भी विरोध में ट्वीट किया है। कहा कि संचार मंत्रालय के अपनी ही लैंड मानेटाइजेशन (भूमि मुद्रीकरण) की नीति के खिलाफ जाने का फैसला समझ से परे है। आल इंडिया ग्रेजुएट इंजीनियर्स एंड टेलिकाम आफिसर्स एसोसिएशन के परिमंडल अध्यक्ष एवं सब डिविजनल इंजीनियर नरेश सिंह का कहना है कि 1975 में यह भवन बना था। साल 2001 में बीएसएनएल को भारत के निजी क्षेत्र के उपक्रम के रूप में मान्यता मिली और एएलटीटीसी बीएसएनएल को दिया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि दूरसंचार विभाग ने पीएमओ को अंधेरे में रखकर बीएसएनएल की संपत्ति पर कब्जा कर लिया है।

बंद हो जाएंगे अब कोर्स

एआइजीईटीओए के परिमंडल सचिव एनपीएस चौहान का कहना है कि एएलटीटीसी साइबर सिक्योरिटी, फिक्स्ड एंड वायरलेस ब्राडबैंड और इंटरनेट आफ थिग्स में इंटरनेशनल टेलिकाम यूनियन का सेंटर आफ एक्सीलेंस है। आइटीयू की ओर से तैयार हर साल दर्जनों प्रशिक्षण कोर्स यहां कराए जाते हैं। अब ये कोर्स बंद हो जाएंगे क्योंकि आदेश में बीएसएनएल को सभी गतिविधियां बंद करने को कहा गया है।

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