… जब गाजियाबाद के एक विधायक ने मांगी निष्क्रिय लोगों की सूची
गाजियाबाद के प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम मशीनों में बंद है, लेकिन गाजियाबाद के एक मौजूदा विधायक और प्रत्याशी शायद अपने कार्यकतार्ओं का भाग्य अपनी मुट्ठी में बंद करना चाहते हैं। यही वजह है कि अभी ईवीएम का लॉक नहीं खुला है, लेकिन उन्होंने अपने मुंह का लॉक खोल दिया है और अपने सभी मंडल अध्यक्षों को फरमान सुनाया है कि वह चुनाव में काम करने वाले, अति सक्रिय और निष्क्रिय लोगों की सूची उन्हें मुहैया कराएं। इस सूची का वह क्या करेंगे इस पर तो संशय है, हालांकि इस तरह की कोई गाइडलाइन अभी पार्टी हाईकमान की ओर से नहीं आई है। लेकिन उन्होंने तैयारी पूरी कर ली है कि चुनाव में उनके खिलाफ बगावत करने वालों को वह सबक सिखाएंगे। वैसे इसका फैसला तो 10 मार्च के बाद ही हो सकेगा कि किस पर जनता की कार्रवाई हुई है और पार्टी किसे सबक सिखाएगी?
इस बार जिले में जीरो से खाता खोलेगी पार्टी…
पार्टी की जीत का आधार जहां कार्यकर्ता और पदाधिकारी होते हैं वही आपस में की चर्चा के माध्यम से ही लोगों में संदेश देने का काम भी पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी करते हैं किंतु एक दावत के दौरान हाथ वाली पार्टी के पूर्व पदाधिकारी ने चर्चा ही चर्चा में कह दिया इस बार हम जनपद में जीरो सीट लाने का काम करेंगे, ओर इतना कहते ही ज्यादा बोलने वाले यह पदाधिकारी लोगों के सामने कहने लगे कि अरे क्या करूं सच बोलने की मेरी आदत, सच बुलवा ही देती है । और यह कहकर वे वहां से चले गए किंतु वहां खड़े अन्य हाथ वाली पार्टी के कार्यकतार्ओं ने कहा कि इनके लिए तो अंगूर खट्टे वाली बात है क्योंकि बस्ते के लिए जो प्रत्याशी से इन्होंने धनराशि मांगी वह नहीं मिली तो अब जीरो पर ला दिया पार्टी प्रत्याशियों को। फिलहाल जब पदाधिकारी और जिम्मेदार लोग ही समारोह में हल्की बात करेंगे और पार्टी का जनाधार घटाने की चर्चा खुलेआम करेंगे तो कैसे बड़े का जनाधार और कैसे जुड़ेंगे लोग?
…दरबारी लाल
Raag Darbari….. Darbarilal….. RaagDarbari…..