2014 के चर्चित सहारनपुर गुरुद्वारा हिंसा का मास्टरमाइंड मोहर्रम अली पप्पू सपा में शामिल
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। सहारनपुर गुरुद्वारा हिंसा के मास्टरमाइंड मोहर्रम अली पप्पू को समाजवादी पार्टी में शामिल कराने पर सिख समाज ने कड़ा एतराज जताया है। राज्य सरकार में मंत्री और सिख नेता बलदेव सिंह औलख ने इसे सिखों के लिए एक सबक बताते हुए कहा है कि सपा हमेशा से दंगाइयों को पोसती रही है। मोहर्रम अली पप्पू को पार्टी में शामिल करना सिखों के जख्म पर नमक छिड़कने जैसा है।
सोमवार को जारी बयान में बलदेव सिंह औलख ने कहा कि सहारनपुर गुरुद्वारा में साल 2014 में हुई हिंसा के घाव अब तक ताजा हैं। यह तत्कालीन सपा सरकार की सिख विरोधी और दंगा पोषक नीति का नतीजा थी। घटना में मोहर्रम अली मुख्य सूत्रधार के रूप में पहचाना गया था। अब जबकि एक बार फिर विधानसभा चुनाव हो रहे हैं तो समाजवादी पार्टी ने दंगाइयों को खाद-पानी देने का काम शुरू कर दिया हैं। औलख ने कहा कि सपा नेता ‘नई सपा है’ का नारा लगा रहे हैं, जबकि यह वही माफिया, अपराधी, दुष्कर्मियों को पोसने वाली पुरानी सपा है। जनता इनकी बदनीयती से भलीभांति परिचित है। मोहर्रम अली को पार्टी में शामिल कर सपा ने अपनी सिख विरोधी सोच को उजागर कर दिया है। चुनाव में सिख समाज इसका करारा जवाब देगा।
बता दें कि 2014 के सहारनपुर गुरुद्वारा हिंसा के मास्टरमाइंड मोहर्रम अली पप्पू को सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने बीते दिन सपा की सदस्यता ग्रहण कराई है। इसका फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। मोहर्रम अली को समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल समाजवादी पार्टी की लाल टोपी पहना रहे हैं, वहीं बगल में सहारनपुर से सपा विधायक संजय गर्ग भी खड़े हैं। बताया जा रहा है कि संजय गर्ग के जरिए ही पप्पू को सपा ज्वाइन कराई गई है।