नामांकन फार्म लेकर परेशान हैं करें तो करें क्या?
भाजपा की सूची जारी क्या हुई कि कुछ दावेदारों के बागी स्वर दिखने लगे। जिले की एक विधानसभा में जहां अलग-अलग समाज के दो दावेदारों ने निर्दलीय लड़ने का फैसला किया वही नामांकन के लिए फार्म भी ले आए। ऐसे ही एक अन्य दावेदार ने भी नामांकन फार्म मंगा लिया। जहां फेसबुक के माध्यम से नाराजगी व्यक्त की वहीं चुनाव लड़ने का मन भी बना लिया, किंतु लोगों का मानना है कि पार्टी में तवज्जो पाने के लिए इन महोदय ने नामांकन फार्म खरीदा है कि पार्टी और संगठन के लोग आएंगे मनाएंगे और आश्वासन मिलेगा उसके बाद फिर वह पार्टी के काम में जुट जाएंगे। लेकिन पार्टी और संगठन के लोगों ने रविवार रात्रि तक ना तो संपर्क किया ना ही कोई मनाने गया अब नामांकन फार्म लेकर परेशान हैं करें तो करें क्या?
प्रत्याशी से डरे दावेदार, जताई पार्टी में आस्था
लवणासुर की भूमि अर्थात लोनी में जब टिकट मांगने का नंबर आया तो एक दर्जन दावेदार सामने आ गये। लेकिन जब फिर से पार्टी ने अपने पूर्व विधायक पर भरोसा जता दिया तो दावेदारी करने वाले भीगी बिल्ली बन गये। दरबारी लाल से एक दावेदार ने कहा क्या पता फिर विधायक बन गया तो हमारी तो शामत आ जायेगी। खैरियत इसी में है कि पार्टी के सामने यह बता दें कि हम तो पार्टी के साथ है, आगे जो होगा सो करेंगे। हालांकि जीत गया तो हालात फिर पहले जैसे ही होंगे।